हल्द्वानी:बुजुर्गों को जब अपनों ने ठुकराया तो कनक चंद उनके लिए सहारा बनकर खड़ी हो गईं. बाबा नीम करौली महाराज से प्रेरणा लेते हुए हल्द्वानी निवासी कनक चंद ने रामपुर रोड में आनंद वृद्धाश्रम खोला है जहां वो बुजुर्गों को सहारा दे रही हैं. जीवन के आखिरी पड़ाव में बुजुर्ग जब अपनों को बोझ लगने लगते हैं तो बेटे-बहू उन्हें घर से बेघर कर देते हैं. ऐसे में कनक चंद 19 बुजुर्गों की धर्म पुत्री बनी हुई हैं. शहर में पिछले 7 सालों से किराए की बिल्डिंग में चल रहे श्रीआनंद वृद्धाश्रम में धर्मपुत्री बनकर इस धर्म को बखूबी निभा रही हैं.
बेसहारा बुजुर्गों के लिए सहारा बनी कनक चंद:श्रीआनंद आश्रम की संचालिका कनक चंद ने बताया कि वर्ष 2016 में पूज्य बाबा नीब करौरी महाराज जी की प्रेरणा से हल्द्वानी रामपुर रोड गोरा पड़ाव बाईपास में वृद्धाश्रम बनाया गया है. गरीब, असहाय व दिव्यांग बुजुर्गों के जीवन पर्यन्त निःशुल्क रहने- खाने व इलाज आदि के लिए खोले गये आश्रम में तब से देशभर से गरीब-बेसहारा वृद्ध आकर रहते हैं. वृद्धों के लिए रहने खाने की व्यवस्था के साथ ही उन्हें परिवार में सम्मान भी मिले इसके लिए प्रयास किये जाते हैं. आश्रम में इस समय 19 बुजुर्ग हैं. इनमें 12 महिलाएं और 7 पुरुष हैं. उन्होंने बताया कि कई बुजुर्गों के परिजनों से काउंसिलिंग कर उन्हें घर भी भेजा जा चुका है. आश्रम में बुजुर्गों को किसी तरह की कोई भी परेशानी नहीं होती है.