हल्द्वानी: पहाड़ों के रसीले और स्वास्थ्यवर्धक फल आड़ू, पुलम, खुमानी की डिमांड मैदानी क्षेत्रों में खूब है. ऐसे में अब इन पहाड़ी फलों का मैदानी इलाकों में भी उत्पादन शुरू हो गया है. मई, जून और जुलाई माह में उत्पादित होने वाला पहाड़ के रसीले पुलम फल की बगवानी ऊंचाई और सबसे ठंडे इलाके में होती है, लेकिन हल्द्वानी के रहने वाले हैं संजय पांडे ने पहाड़ के ठंडे इलाकों में होने वाले पुलम फल की बागवानी अपने घर में तैयार की है. जिसमें भारी मात्रा में स्वादिष्ट पुलम के फल तैयार हुए हैं.
पुलम की बागवानी अक्सर पहाड़ के ऊंचाई और ठंडे इलाकों में की जाती है. वहीं, जलवायु परिवर्तन के चलते अब पुलम की बागवानी हल्द्वानी और उसके आसपास के क्षेत्रों में भी की जा सकती है. ऐसा ही कर दिखाया है हल्द्वानी के रहने वाले पंकज पांडे ने जो अपने घर की बागवानी में तरह-तरह के मैदानी फल के अलावा पहाड़ी फल भी लगाए हैं. उन्होंने पहली बार पहाड़ी फल पुलम का उत्पादन किया है.