हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल (Kumaon Circle) में पिछले 24 घंटे से हुई भारी बारिश (kumaon heavy rain) के चलते पहाड़ों पर कई जगह पर भारी भूस्खलन देखने को मिला है. जिसके चलते कुमाऊं मंडल के 34 छोटे-बड़े मार्ग बंद हो गए हैं. जिला प्रशासन बंद मार्गों को खोलने में जुटा हुआ है. डिप्टी कमिश्नर कुमाऊं जीवन सिंह नगन्याल ने बताया कि कुमाऊं मंडल में 28 आंतरिक मार्ग जबकि दो सीमांत क्षेत्र पिथौरागढ़ के बॉर्डर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हैं. दो राज्य मार्ग भी बंद (Road closed due to heavy rains) है जिन्हें खोलने की कोशिश जारी है.
उत्तराखंड में आसमानी आफत का कहर, भारी बारिश से कुमाऊं में 34 मार्ग बाधित
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज तल्ख है. लगातार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं कुमाऊं मंडल (Kumaon Circle) में पिछले 24 घंटे से हुई भारी बारिश (kumaon heavy rain) के चलते पहाड़ों पर कई जगह पर भारी भूस्खलन देखने को मिला है. इसके चलते हैं कुमाऊं मंडल के 34 छोटे-बड़े मार्ग बंद हो गए हैं.
गौर हो कि भारी बारिश से सबसे ज्यादा सड़कें सीमांत जनपद पिथौरागढ़ (Frontier District Pithoragarh) के धारचूला क्षेत्र में बंद हैं. थल-मुनस्यारी मार्ग हरड़िया में बंद है. इसके अलावा धारचूला-गूंजी बॉर्डर एनएच गर्बाधार में बंद पड़ा है. पिथौरागढ़-धारचूला मार्ग लखनपुर में बंद है. घाट-पिथौरागढ़ मार्ग तीन से चार जगहों पर बंद है. पिथौरागढ़ टनकपुर से चंपावत तक कई स्थानों पर मार्ग बंद है. जबकि घाट-अल्मोड़ा मार्ग पनार के पास भारी मलबा आने से सड़क बंद है. चंपावत पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यात्रा करने से पहले इन मार्गों पर सड़क खुलने की जानकारी प्राप्त करने के बाद ही यात्रा करें. इसके अलावा पिथौरागढ़ घाट मार्ग पर जगह-जगह पहाड़ों से पत्थर गिर रहे हैं. ऐसे में लोगों से अपील की गई है कि यात्रा के दौरान सावधानी बरतें.
वहीं पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश से कुमाऊं मंडल के अलग-अलग जिलों में काफी नुकसान हुआ है. कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत (Kumaon Commissioner Deepak Rawat) ने सभी जिलाधिकारियों को नुकसान के आकलन के निर्देश दिए हैं. कुमाऊं कमिश्नर ने मंडल के सभी जिला अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जो भी सड़क मार्ग बंद हैं, उनको प्राथमिकता के आधार पर खोला जाए. कमिश्नर ने लोगों से अपील की है कि बारिश के दौरान नदी नालों के किनारे ना जाएं और नालों में पानी आने के दौरान वाहन या पैदल पार करने की कोशिश ना करें, नहीं तो जान माल की हानि हो सकती है.