रामनगर:हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है. विश्व पर्यटन दिवस के दिन कई देशों में अलग-अलग गतिविधियां, कार्यक्रम आयोजित होते हैं. इस बार विश्व पर्यटन दिवस की थीम 'पर्यटन पर पुनर्विचार' रखी गई है, जो कि कोरोना महामारी के बाद पर्यटन उद्योग में हुए बदलाव पर पुनर्विचार करने को प्रेरित करता है.
विश्व पर्यटन दिवस को मनाने का इतिहास बेहद खास है. विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत साल 1970 में विश्व पर्यटन संस्था द्वारा की गई थी. इसके बाद 27 सितंबर, 1980 को पहली बार विश्व पर्यटन दिवस मनाया गया. पर्यटन क्षेत्र न केवल किसी देश के विकास में योगदान देता है, बल्कि स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देता है. यह विभिन्न क्षेत्रों में हजारों रोजगार सृजित करने में मदद करता है और ढांचागत विकास को भी प्रोत्साहित करता है.
42वें विश्व पर्यटन दिवस पर जानिए इस साल की थीम कॉर्बेट पार्क में बढ़ी है पर्यटकों की संख्या:हर वर्ष देश विदेश से 3 लाख से ज्यादा पर्यटक कॉर्बेट पार्क का दीदार करने पहुंच रहे हैं. ऐसे में COVID-19 महामारी के बाद पर्यटन क्षेत्र के विकास की समीक्षा, पुनर्विचार और पर्यटन के पुनर्विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. इसमें पर्यटन उत्पादों को विकसित करने और पर्यटकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे का निर्माण रोजगार पैदा करने और समावेशी विकास के लिए रीथिंकिंग टूरिज्म' की थीम पर कार्य किया जा रहा है.
पर्यटन के लिहाज से हमें दूसरे स्थानों, सभ्यताओं और संस्कृतियों के बारे में पता चलता है. इसलिए हर साल लाखों पर्यटक देश-विदेश से वन्य जीवन व प्रकृति का आनंद उठाने के लिए कॉर्बेट पार्क आते हैं, जिससे यहां के पर्यटन से ही लोग दूसरे देशों की संस्कृति को करीब से जान पाते हैं. कॉर्बेट पार्क को पर्यटकों से पूरे साल 9 से 10 करोड़ का राजस्व प्राप्त होता है. साथ ही पर्यटन से रामनगर और आसपास के क्षेत्र में 250 से 300 होटल कारोबारियों की भी अच्छी इनकम होती है.
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बता दें, करीब 250 टाइगर और 1200 हाथी सिर्फ कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हैं. इसके अलावा भी बड़ी संख्या में और दूसरे वाइल्ड एनिमल कॉर्बेट में पाए जाते हैं. पक्षियों की भी बहुत प्रकार की प्रजातियां पाई जाती हैं, तो इन सब को ध्यान में रखते हुए कॉर्बेट वाइल्डलाइफ टूरिज्म डेस्टिनेशन का एक बहुत महत्वपूर्ण लोकेशन है.
पर्यटन से रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ती हैं और रामनगर का जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क इसका जीता जाता उदाहरण है. रामनगर की आधी से ज्यादा आबादी पर्यटन कारोबार से जुड़ी है. जिम कॉर्बेट पार्क के पर्यटन से कई लोग जुड़े हैं. लोगों में पर्यटन के प्रति जागरूकता लाने और अधिक से अधिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ही विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है.
पर्यटन कारोबारी इमरान खान कहते हैं कि टूरिज्म ने ये साबित कर दिया है कि कंजर्वेशन को सपोर्ट मिला है. टूरिज्म से लोकल लोगों को रोजगार मिला है. इकोनॉमी बढ़ी है और आज शहर से ज्यादा रोजगार ये क्षेत्र दे रहा है. सबसे बड़ी इंडस्ट्री पूरे वर्ल्ड में अभी टूरिज्म इंडस्ट्री है. उन्होंने कहा कि विश्व पर्यटन दिवस इसलिए मनाया जाता है कि लोगों में पर्यटन के प्रति जागरूकता लाई जा सके और लोग अधिक से अधिक पर्यटन को बढ़ावा दें.
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इमरान खान कहते है कि कॉर्बेट पार्क के क्षेत्र में रहने वाले लोगों में कंजर्वेशन के प्रति लगाव बढ़ा है. लोगों का विश्वास बढ़ा है. लोगों के जंगलों के प्रति सोचने के रवैये में बदलाव आया है. मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में भी लोगों में पहले की तुलना में अब उतना रोष नहीं देखा जाता. इमरान खान कहते हैं कि अब पुनर्विचार की जरूरत है.
पर्यटन कारोबारी संजय छिम्वाल कहते हैं कि विश्व पर्यटन दिवस मनाये जाने का मुख्य उद्देश्य टूरिज्म को बढ़ावा देना है. ये हमारी इकोनॉमी और लोकल ग्रोथ के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. टूरिज्म से सभी लोग लाभान्वित हों. वे कहते हैं कि जब पर्यटक कहीं जाता है, तो वो अपना प्रभाव भी छोड़ता है और उस जगह का प्रभाव भी अपने साथ लेकर जाता है. संजय छिम्वाल कहते हैं कि समावेशी विकास के अंदर यही प्रयास किया जाता है कि स्थानीय पर्यटन कारोबारियों को भी इसका लाभ मिले और जो पर्यटक यहां से होकर जा रहा है, उसको भी एक अच्छा अनुभव मिले.
संजय छिम्वाल कहते हैं कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व का पर्यटन रामनगर की इकोनॉमी तय करता है. पर्यटन से रामनगर में बड़े-बड़े होटल चलते हैं, जिनमें लोगों को रोजगार मिलता है. वहीं, छोटे ढाबे, चाय की दुकानें, जिप्सी ऑनर, जिप्सी चालक और अन्य पर्यटन से जुड़े कारोबारी भी यहीं के पर्यटन से जुड़े हैं. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक धीरज पांडे कहते हैं कि अब हम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों के लिए कई चीजों पर पुनर्विचार कर रहे हैं.