हल्द्वानी: इस मानसून सीजन में भारी बारिश के चलते सबसे अधिक पीडब्ल्यूडी विभाग को नुकसान पहुंचा है. बरसात से कई जगहों पर सड़कें बह गई या सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए. ऐसे में अब लोक निर्माण विभाग 15 सितंबर के बाद से इन सड़कों के पुनर्निर्माण की कवायत शुरू करने जा रहा है. जिसके लिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने शासन से 19 करोड़ 40 लाख रुपए का बजट की डिमांड की है.
19 करोड़ की लागत से नैनीताल और रुद्रपुर में सुधरेगी सड़कों की दशा, गड्ढे पाटने की कवायद तेज - Haldwani PWD Department
Haldwani PWD Department इस मानसून सीजन में कई सड़कों को हालत खराब हो गई. जिससे लोगों को आए दिन जूझना पड़ रहा है. वहीं पीडब्ल्यूडी विभाग ने बारिश से मार्गों पर बने गड्ढे पाटने के लिए कवायद तेज कर दी है. साथ ही मार्गों के पुनर्निर्माण के लिए शासन से बजट की मांग की है.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Sep 10, 2023, 9:46 AM IST
|Updated : Sep 10, 2023, 10:20 AM IST
मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग हल्द्वानी गिरीश चंद्र आर्य ने बताया कि इस मानसून सीजन में नैनीताल और उधम सिंह नगर जिले में सड़कों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. जहां बरसात के चलते दोनों जनपद की 122 सड़कें बंद हो गई थी. लेकिन इन सड़कों को अब खोल दिया गया है. आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मार्गों के गड्ढों को भरकर यातायात सुचारू कर दिया गया है. प्रथम चरण में इन सड़कों को खोलने के लिए 1 करोड़ 80 लाख रुपए की आवश्यकता पड़ी. जिसमें 1 करोड़ 5 लाख रुपए के बजट से सड़कों को खोलने और रिपेयर का काम किया गया है. इन सड़कों को अब पुनर्निर्माण के लिए 19 करोड़ 40 लाख रुपए के बजट की आवश्यकता है.
पढ़ें-भारी बारिश से नैनीताल जिले में 500 परिसंपत्तियों और 40 करोड़ से अधिक का नुकसान, डीएम ने जारी किए आंकड़े
जिसके लिए डीपीआर तैयार कर शासन को भेजा गया है. उम्मीद है कि शासन से जल्द बजट मिल जाएगा. शासन से बजट मिलते ही 15 सितंबर के बाद सड़कों का पुनर्निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी भी रुक-रुक कर बारिश हो रही है. जिन जगहों पर सड़कें अधिक क्षतिग्रस्त हैं, उन सड़कों के गड्ढे भरने का काम किया जा रहा है. डिवीजन के सभी अधिशासी अभियंताओं को निर्देशित किया गया है कि अपने-अपने क्षेत्र के सड़कों का प्रथम चरण में गड्ढे का भरान किया जाए. जिससे यातायात के दौरान किसी तरह का कोई दिक्कत ना हो. दूसरे चरण में सड़कों का पुनर्निर्माण का कार्य किया जाएगा.