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रामनगर के रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय को पीपीपी मोड से हटाने के लिए प्रदर्शन

रामनगर में चिकित्सालय को पीपीपी मोड से हटाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन का दौर जारी है. दर्जनों युवाओं ने अस्पताल परिसर में भूख हड़ताल की. साथ ही युवाओं ने जल्द से जल्द मांग मानने की चेतावनी दी है.

protest to remove Ramdutt sanyukt Hospital from PPP mode
रामनगर के रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय को पीपीपी मोड से हटाने के लिए प्रदर्शन

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Published : Jul 18, 2022, 5:42 PM IST

Updated : Jul 18, 2022, 6:19 PM IST

रामनगर: रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय को पीपीपी मोड से हटाए जाने को लेकर आज युवाओं ने मोर्चा खोला. दर्जनों युवाओं ने अस्पताल परिसर में एक दिवसीय भूख हड़ताल करते हुए किया धरना प्रदर्शन किया. साथ ही प्रदर्शनकारी युवाओं ने मांग पूरी न होने और व्यवस्थाएं तुरंत दुरुस्त न होने पर उग्र आंदोलन की भी चेतावनी दी है.

बता दें रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय जब से पीपीपी मोड पर गया तब से यहां लगातार इलाज में लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं. लगातार लापरवाही के मामलों के बाद आज स्थानीय युवाओं ने मोर्चा खोला है. पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सुमित लोहनी के नेतृत्व में दर्जनों युवाओं ने रामनगर संयुक्त चिकित्सालय के परिसर में भूख हड़ताल करते हुए एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. जहां उन्होंने रामनगर संयुक्त चिकित्सालय को पीपीपी मोड से हटाकर सरकारी करने की मांग की.

रामनगर के रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय को पीपीपी मोड से हटाने के लिए प्रदर्शन

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साथ ही उन्होंने कहा अस्पताल को जल्द सरकारी नहीं किया गया तो युवा शक्ति उग्र आंदोलन करेगी. उनके साथ धरना प्रदर्शन में पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी सहित दर्जनों युवाओं ने भी समर्थन दिया. संजय नेगी ने कहा अस्पताल को पीपीपी मोड में दिए जाने का मकसद रामनगर की चिकित्सा व्यवस्था में सुधार करना था, मगर ऐसा हुआ ही नहीं. उन्होंने कहा हर बीतते दिन के साथ यहां चिकित्सा व्यवस्था गिरती जा रही है.

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उन्होंने कहा पीपीपी मोड में चल रहे सरकारी अस्पताल में गायनोकोलॉजिस्ट रात के समय में चिकित्सा के लिए उपलब्ध नहीं होती हैं. साथ ही न्यूरो सर्जन, बाल रोग विशेषज्ञ, हृदय रोग विशेषज्ञ और मुख्य डॉक्टर इस पीपीपी मोड में नहीं हैं. साथ ही अस्पताल द्वारा दवाइयां पूर्ण रूप से उपलब्ध नहीं कराई जा जाती हैं. उन्होंने कहा यदि कोई आपातकाल केस हो तो उसको तुरंत रेफर कर दिया जाता है. मरीजों को उचित इलाज नहीं दिया जाता है.

Last Updated : Jul 18, 2022, 6:19 PM IST

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