उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

रामनगर में कोसी का पानी कैसे बनता है पीने लायक, देखिए ये खबर - drinking water

रामनगर और आसपास के इलाकों में पीने के पानी का एकमात्र जरिया कोसी नदी है. ये नदी हजारों परिवारों की प्यास बुझाती है. यहां पर पानी को पंप स्टेशन में 6 प्रक्रियाओं से गुजारा जाता है. आप भी जानिए..

वाटर ट्रीटमेंट
वाटर ट्रीटमेंट

By

Published : Apr 22, 2020, 3:30 PM IST

Updated : Apr 23, 2020, 11:11 AM IST

रामगनरः क्या आपको पता है, नदी का पानी पीने लायक कैसे बनता है? कैसे नदियों का पानी फिल्टर होकर घरों तक पहुंचाया जाता है और किन प्रक्रियाओं से पानी को गुजारा जाता है. आज हम आपको पानी की शुद्धिकरण की प्रक्रियाओं से रूबरू कराते हैं.

पानी की शुद्धिकरण पर खास रिपोर्ट.

रामनगर और आसपास के इलाकों में पीने के पानी का एकमात्र जरिया कोसी नदी है. ये नदी हजारों परिवारों की प्यास बुझाती है. ईटीवी भारत की टीम ने रामनगर के लखनपुर स्थित वाटर पंप स्टेशन पहुंचकर पानी के शुद्धिकरण के प्रक्रियाओं को जाना.

ये भी पढ़ेंःपृथ्वी दिवस: उत्तराखंड में लॉकडाउन बना जंगलों के लिए 'संजीवनी'

इस तरह से होता है पानी का शुद्धिकरण

सबसे पहले कोसी नदी से डायरेक्ट पानी को इंटेक वेल टैंक में लेते हैं. इसके बाद उसे रिसेटिंग पंप में डालते हैं. यहां पर पानी रेगुलेटर के जरिए क्लियर फायर में आ जाता है. क्लियर फायर से शुद्ध पानी छनने के लिए तैयार होता है. यहां से फिल्टर प्लांट होते हुए रैपिड एक्शन में पहुंचता है. यहां रैपिड सैंड ग्रेविटी फिल्टर पानी को छान कर स्टोरेज करते हैं.

स्टोरेज करने के बाद पानी में हाइपो क्लोरीन डाला जाता है. इसे पानी के मात्रा अनुसार मिलाया जाता है. इसके बाद पानी पीने योग्य बन जाता है. इस प्रक्रिया के बाद इस पानी को नगर के अलग-अलग क्षेत्रों में बने टैंकों के लिए सप्लाई किया जाता है. पानी के शुद्धिकरण में 6 प्रक्रियाओं का इस्तेमाल होता है. अंत में पानी घरों के नलों तक पहुंचता है.

Last Updated : Apr 23, 2020, 11:11 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details