रामनगर: प्रसिद्ध गर्जिया देवी मंदिर के टीले में आई दरार लगातार बढ़ रही है. साल 2010 में बाढ़ आने के बाद से ही दरार बढ़ती जा रही है, साथ ही मिट्टी भी तेजी से गिर रही है, लेकिन 14 साल बाद भी आज तक टीले की मरम्मत और मंदिर के सुरक्षात्मक कार्य के लिए बजट पास नहीं हो पाया है. जिस पर मंदिर के पुजारियों का गुस्सा फूट पड़ा है. इतना ही नहीं उन्होंने सरकार से मंदिर में ताला लगाने की मांग तक कर दी है. उधर, क्षेत्रीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने मामले को लेकर सीएम धामी से वार्ता करने की बात कही है.
गर्जिया मंदिर के टीले से गिर रही मिट्टी: दरअसल, रामनगर के प्रसिद्ध गर्जिया या गिरिजा देवी मंदिर कोसी नदी के दो धाराओं के बीच एक टीले के ऊपर मौजूद है, लेकिन साल 2010 में आई बाढ़ के बाद टीले पर लगातार दरार पड़ रही है. साथ ही दरार की वजह टीले से लगातार मिट्टी गिर रही है. जिससे मंदिर पर खतरा मंडरा रहा है. जिसका सर्वे कई बार रुड़की के भूगर्भ वैज्ञानिक भी कर चुके हैं. जिसके बाद सुरक्षात्मक कार्य करने के लिए डीपीआर बनाई गई, लेकिन मरम्मतीकरण के लिए शासन से बजट ही पास नहीं हो पाया.
तिरपाल से कवर किया जा चुका टीला, नीचे कराए जा चुके दर्शन: बीते साल बरसात के दौरान सिंचाई विभाग ने नदी के पानी से मंदिर को बचाने के लिए विशेष तिरपाल के जरिए पूरे टीले को कवर कर दिया था. वहीं, दो महीने पहले भी कार्तिक पूर्णिमा के मेले पर भी टीले की सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर के नीचे ही पदचिन्ह रखकर दर्शन करवाए गए. भक्तों को ऊपर टीले पर नहीं जाने दिया गया. वहीं, इन 14 सालों में कई बार सर्वे कर प्रस्ताव भी भेजे गए, लेकिन सरकार इसके स्थायी समाधान की तरफ नहीं बढ़ पाई.
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बता दें कि सिंचाई विभाग ने स्थायी सुरक्षा के लिए 9.29 करोड़ रुपए डीपीआर बनाकर शासन को भेजा था, लेकिन इस बार भी मूल्यांकन समिति की बैठक में रुड़की से आई टेक्निकल टीम ने इसको मॉडिफाई करने की बात कही. ऐसे में फिर से 3 महीने के लिए गर्जिया देवी के टीले की सुरक्षा का काम लटक गया है. दरअसल, अब फिर से निरीक्षण कर नया प्रस्ताव तैयार किया जाएगा. जिसे दोबारे से शासन को भेजा जाएगा.
मुख्य पुजारी मनोज पांडे बोले- मंदिर को ही बंद करा दें: फिलहाल, आगामी कुछ महीनों तक मंदिर के सुरक्षात्मक कार्य होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. जिस पर गर्जिया या गिरिजा देवी मंदिर समिति से जुड़े पुजारियों का आक्रोश बढ़ गया है. गर्जिया देवी के मुख्य पुजारी मनोज पांडे का कहना है कि इन 14 सालों में कई बार तत्कालीन और वर्तमान सीएम से मिल चुके हैं, लेकिन आज तक टीले की सुरक्षा का कार्य नहीं हो पाया है.
उन्होंने कहा कि सरकार राम मंदिर और कई मंदिर बना रही है, जिसका वो समर्थन करते हैं, लेकिन आस्था के केंद्र गर्जिया मंदिर के टीले की सुरक्षा को लेकर कुछ नहीं किया जा रहा. जिससे मंदिर पर खतरा मंडरा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार मंदिर का मरम्मत नहीं करवा पा रही है तो खुद ही मंदिर में ताला लगवा दें. क्योंकि, यहां कभी भी हादसा होने में देर नहीं लगेगा.
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