नैनीतालःजिला अस्पताल में गायनोकोलॉजिस्ट चिकित्सक नहीं होने से गर्भवती महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल आने वाली गर्भवती महिलाओं को उपचार के लिए हायर सेंटर रेफर करना पड़ रहा है. नैनीताल जिला अस्पताल में प्रतिमाह 15 से 20 महिलाओं का ऑपरेशन के माध्यम से प्रसव कराया जाता था. लेकिन अब गायनोकोलॉजिस्ट की कमी के चलते अस्पताल में आने वाली गर्भवतियों को दूसरी जगह भेजना पड़ा रहा है.
अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कुंदन सिंह धामी का कहना है कि गायनोकोलॉजिस्ट चिकित्सक की कमी के चलते गर्भवती महिलाओं समेत उनके परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नैनीताल में प्रतिमाह 15 से 20 महिलाओं का ऑपरेशन के माध्यम से प्रसव कराया जाता था. लेकिन गायनोकोलॉजिस्ट की कमी के चलते अस्पताल में आने वाली गर्भवती महिलाओं को अन्य अस्पताल भेजना पड़ रहा है. हालांकि, महिला अस्पताल में दो गायनोकोलॉजिस्ट चिकित्सक थीं. इसमें डॉ. मंजू रावत का नवंबर महीने में ट्रांसफर हो गया जबकि, डॉ. द्रौपदी गर्ब्याल लंबी छुट्टी पर हैं. इस वजह से अस्पताल में सृजित दोनों पद इन दिनों रिक्त चल रहे हैं.