हल्द्वानी:सुशीला तिवारी हॉस्पिटल हल्द्वानी में कोविड-19 की ओपीडी शुरु होने जा रही हैं, जहां केवल कोविड-19 के ठीक हो चुके लोगों को देखा जाएगा. अक्सर देखने में आ रहा है कि कोविड-19 से ठीक हो चुके मरीजों को कई तरह की समस्या आ रही है. ऐसे में कोविड-19 की ओपीडी में मेडिसिन विभाग के डॉक्टरों के साथ-साथ अन्य विभागों के डॉक्टर भी बैठेंगे.
बताया जा रहा है कि कोविड-19 के ठीक हो चुके मरीजों को कई तरह के शारीरिक दिक्कतें पेश आ रही है. ऐसे में उनके इलाज के लिए अस्पताल प्रशासन 29 अक्टूबर से पोस्ट कोविड-19 आपोडी शुरू करने जा रहा है.
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मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य चंद्र प्रकाश भैसोड़ा ने बताया कि कोविड-19 के ठीक हो चुके मरीजों में कई तरह की शारीरिक दिक्कत आ रही है. कई मरीज थकान, कमजोरी और भूख नहीं लगने के साथ मानसिक तनाव भी महसूस कर रहे हैं. मरीजों की इन्हीं समस्याओं को देखते हुए ये निर्णय लिया गया है. मरीज को ओपीडी में जाने से पहले कोविड-19 के दौरान हुए इलाज की सभी प्रपत्र को साथ लेकर जाना होगा.
बता दें कि हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में अभी तक कुल कोरोना के 2260 मरीज भर्ती हो चुके हैं. जिसमें 1800 कोविड-19 संक्रमित मरीज ठीक हो कर घर जा चुके हैं. स्वस्थ्य हुए लोगों में कई तरह की दिक्कते आ रही हैं. जिसका देखते हुए सुशीला तिवारी अस्पताल में कोविड-19 ओपीडी शुरू की गई है.
कोविड-19 से दारोगा की मौत
उत्तराखंड पुलिस के उप निरीक्षक विशेष श्रेणी जगदीश राम की कोरोना के चलते शुक्रवार को सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. ऐसे में यहां कोतवाली परिसर में उन्हें पुलिस सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.
बता दें कि जगदीश राम मूलरूप से गंगोलीहाट जिला पिथौरागढ़ के निवासी थे और वर्तमान में उनकी तैनाती बागेश्वर जनपद में थी. कोरोना पाॅजिटिव पाये जाने पर उन्हें सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यहां आज उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई.