हल्द्वानी: प्राकृतिक सरोकारों से जुड़ा लोक पर्व हरेला पहाड़ के लोक-त्योहारों में से एक है. यह लोक पर्व हर साल ‘कर्क संक्रांति’ को मनाया जाता है. कुमाऊं क्षेत्र में कृषि विपणन विभाग 7 से 16 जुलाई तक हरेला महोत्सव मनाने जा रहा है.
हरेला महोत्सव के तहत पूरे प्रदेश में 20,000 फलदार और छायादार पौधे लगाए जाएंगे. वहीं, कुमाऊं क्षेत्र के फल पट्टी क्षेत्रों में 10,000 से अधिक की संख्या में पौधारोपण किया जाएगा.
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कृषि विपणन विभाग सभी फलदार पौधों को पहाड़ी क्षेत्र के फल पट्टी के किसानों को निशुल्क देकर इन पौधों का रोपण कराएगा. फल पट्टी को विकसित करने के लिए उत्तराखंड मंडी विपणन बोर्ड की तरफ से यह फैसला लिया गया है. लंबे समय से किसानों की तरफ से हरेला महोत्सव के नाम से बेहतर उत्पादन करने वाले पौधों की डिमांड की जा रही थी.
हरेला महोत्सव पर होगा पौधारोपण कार्यक्रम. हल्द्वानी मंडी समिति के सचिव विश्व विजय सिंह देव ने बताया कि हरेला महोत्सव में नींबू, संतरा, माल्टा, मौसमी, आम, अमरूद, कटहल, लीची के साथ अन्य फलों के पौधे किसानों को निशुल्क दिए जाएंगे. नैनीताल और उधम सिंह नगर में 2500, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा में 1500 पौधे वितरित किए जाएंगे. वहीं, चंपावत और बागेश्वर में 1000 पौधे दिए जाने है.