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कृत्रिम पशु गर्भधारण में पेश की मिसाल, छह महीने में 268 पशुओं को दिया जन्म - पिथौरागढ़ जिले के मोना कोट ब्लॉक

पिथौरागढ़ जिले के मोना कोट ब्लॉक के रहने वाली नीलम चंद्र ने पिछले 6 महीनों में 268 पशुओं का कृत्रिम गर्भधारण कराया है.

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उत्तराखंड में सबसे ज्यादा कृत्रिम पशु गर्भधारण करने पहली महिला

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Published : Feb 4, 2020, 11:14 AM IST

Updated : Feb 4, 2020, 11:26 AM IST

हल्द्वानी:उत्तराखंड की महिलाएं किसी प्रतिभा की मोहताज नहीं है. बस इन महिलाओं को मौका तो मिले तो वह देश व दुनिया में आपना नाम रोशन कर सकती है. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है पिथौरागढ़ जिले के मोनाकोट ब्लॉक के रहने वाली नीलम चंद्र ने, जो पेशे से पशु सखी है. नीलम चंद्र पिछले 6 महीनों में पहाड़ों के दूरस्थ क्षेत्रों में 268 पशुओं को कृत्रिम गर्भधारण करवाये हैं. वहीं, नीलम चंद्र की इस उपलब्धि पर पशुपालन मंत्री रेखा आर्य और पशुपालन विभाग ने जमकर उनकी सराहना की है.

गौरतलब है कि पशुपालन विभाग इन दोनों पहाड़ की महिलाओं को पशु सखी बना कर उनके माध्यम से पशुपालकों के पशुओं की नस्ल सुधारने के लिए कार्यक्रम चल रहा है. इस कार्यक्रम के तहत पहाड़ के 9 जिलों में 18 पशु सखियां काम कर रही हैं. इन पशु सखियों में पिथौरागढ़ जिले के मोना कोट ब्लॉक के रहने वाली नीलम चंद्र ने पिछले 6 महीनों में 268 पशुओं का कृत्रिम गर्भधारण कराया है. जो पशुपालन विभाग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. यही नहीं वह 6 महीनों में 268 कृत्रिम पशु गर्भधारण करवाने वाली उत्तराखंड की पहली महिला भी बन गई है.

उत्तराखंड में सबसे ज्यादा कृत्रिम पशु गर्भधारण करने पहली महिला

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वहीं, नीलम चंद्र अपनी इस उपलब्धि से काफी खुश नजर आ रही है. नीलम की मानें तो वह पहाड़ की दूरस्थ क्षेत्रों में जाकर अपनी सेवाएं दे रही हैं. ऐसे में वहां के पशुपालकों को भी इसका फायदा मिल रहा है और उनकी आजीविका भी चल रही है. इसके साथ ही नीलम चंद्र की इस उपलब्धि पर पशुपालन मंत्री रेखा आर्य और पशुपालन विभाग ने भी उनके कार्य की सराहना की है. उन्होंने कहा कि नीलम चंद्र के साथ-साथ अन्य महिलाएं भी पशु सखी के रूप में अच्छा काम कर रही हैं.

Last Updated : Feb 4, 2020, 11:26 AM IST

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