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एनडी तिवारी के गृह क्षेत्र में स्वास्थ्य-सड़क सेवा बदहाल, बीमार महिला को डोली में रख 5 किमी पैदल चले

Sick woman in doli in Nainital district यूपी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे एनडी तिवारी के गृह क्षेत्र का एक वीडियो उत्तराखंड की स्वास्थ्य और सड़क व्यवस्था की पोल खोल रहा है. धारी क्षेत्र के पदमपुरी गांव की एक महिला बीमार हुई तो सड़क के अभाव में गांव के लोग उसे डोली पर बैठाकर 5 किलोमीटर पैदल चले. उधर रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी के ग्रामीण इलाकों से भी सड़कों की मांग उठी है.

Health Service
उत्तराखंड समाचार

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 4, 2024, 12:22 PM IST

Updated : Jan 4, 2024, 1:06 PM IST

स्वास्थ्य-सड़क सेवा बदहाल

हल्द्वानी: उत्तराखंड को बने 23 साल हो चुके हैं कई सरकारें आई और गईं. सभी सरकारों ने लोगों को सुविधा उपलब्ध करने की बड़े-बड़े दावे तो किये लेकिन दावे हवाई निकले. नैनीताल जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दूर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय एनडी तिवारी के गृह क्षेत्र धारी के पदमपुरी का एक वीडियो इसकी पुष्टि कर देगा.

बीमार महिला को 5 किमी डोली में ले गए: जो वीडियो सामने आया है उसमें सड़क के अभाव में ग्रामीण बीमार महिला को डोली से पैदल ले जाते दिख रहे हैं. करीब 5 किलोमीटर दूर डोली से कंधे पर उठाकर सड़क मार्ग तक ले गए. इसके बाद महिला को अस्पताल पहुंचाया गया. बताया जा रहा है कि धारी ब्लॉक की पदमपुरी क्षेत्र के ग्राम पंचायत बबियाड़ के बिरसिंग्या में महिला की तबीयत बिगड़ने के बाद गांव तक सड़क नहीं होने से डोली के सहारे पांच किमी दूरी तय कर महिला को मुख्य मार्ग तक लाना पड़ा. जहां महिला को पदमपुरी अस्पताल ले जाया गया. इस दौरान ग्रामीणों ने सरकार और सिस्टम पर सवाल खड़े करते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की है.

डीएम का वादा भी नहीं हुआ पूरा: उनका कहना है कि बिरसिंग्या के ग्रामीण आजादी के बाद से सड़क निर्माण की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन कोई सुध नहीं ले रहा है. सड़क नहीं बनने से ग्रामीणों में सरकार, शासन-प्रशासन, लोनिवि और वन विभाग के प्रति नाराजगी है. पूर्व में तत्कालीन डीएम सविन बंसल ने पैदल गांव पहुंचकर जनता दरबार में सड़क निर्माण का आश्वासन दिया था. लेकिन आज तक उनके गांव तक सड़क मार्ग नहीं पहुंचा.

ग्रामीणों ने दी लोकसभा चुनाव बहिष्कार की चेतावनी: क्षेत्र के रमेश चंद्र टम्टा ने कहा कि सड़क की मांग को लेकर पिछले कई सालों से सरकार और सिस्टम से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन आज तक सड़क नहीं बनी. सड़क नहीं बनने से युवा पलायन करने को मजबूर हैं. जल्द सड़क नहीं बनने पर ग्रामीणों ने आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क के लिए सरकार द्वारा कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं. लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. सड़क नहीं होने के चलते जंगली जानवरों का भी खतरा बना रहता है. ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से गांव को जोड़ने वाली सड़क को जल्द से जल्द बनाने की मांग की है.

राजस्व ग्राम धौलसारी को सड़क सुविधा की मांग

रुद्रप्रयाग के धौलसारी में मोटर मार्ग की मांग:लम्बे समय से राजस्व ग्राम धौलसारी को सड़क सुविधा का लाभ न मिलने से आक्रोशित ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग कार्यालय में पहुंचकर नारेबाजी की. इसके बाद ग्रामीणों ने अपनी मांग के लिए विभाग के अधिशासी अभियंता से वार्ता की. साथ ही जल्द मोटर मार्ग निर्माण की मांग की. लोनिवि के ईई ने एक माह में कार्य शुरू होने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया है.

पीडब्ल्यूडी ऑफिस पहुंचे धौलसारी के ग्रामीण

पीडब्ल्यूडी ऑफिस पहुंचे ग्रामीण: तल्लानागपुर पट्टी के धौलसारी के ग्रामीण सड़क सुविधा न मिलने से काफी निराश और मायूस हैं. कई बार शासन-प्रशासन के समक्ष अपनी मांग रखने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है. ग्रामीणों ने वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान भी अपना विरोध दर्ज किया था. तब प्रशासन और लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि जल्द ही सड़क का निर्माण कर लिया जाएगा. मगर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है. बुधवार को आक्रोशित ग्रामीणों का एक शिष्टमंडल लोनिवि कार्यालय पहुंचा. उन्होंने सबसे पहले विभाग के खिलाफ नारेबाजी की. फिर अपनी मांग को लेकर लोनिवि के ईई इन्द्रजीत बोस से वार्ता की. ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि इसके बाद भी कार्रवाई नहीं की गई तो बड़ा आंदोलन करेंगे. लोनिवि के ईई इन्द्रजीत बोस ने ग्रामीणों को एक माह में सड़क पर सकारात्मक कार्रवाई करने का भरोसा दिया.

उत्तरकाशी में रोड के गड्ढे भरने की मांग:सामाजिक चेतना की बुलंद आवाज जय हो ग्रुप ने राष्ट्रीय राजमार्ग 94 पर पड़े गड्डों को भरते हुए डामरीकरण किये जाने की मांग को लेकर उपजिलाधिकारी को पत्र लिखा है. जल्द कार्रवाई न होने पर घेराव और धरने की चेतावनी दी है. मालूम हो कि एनएच 94 में पौलगांव से राड़ी चोटी के आगे तक जगह जगह भारी गड्ढे हो रखे हैं. राना चट्टी और फूल चट्टी के बीच बड़े बड़े गड्ढे आवाजाही में भारी परेशानी पैदा किये हुए हैं.

उत्तरकाशी में राष्ट्रीय राजमार्ग 94 पर पड़े गड्डे

जय हो ग्रुप ने उठाई आवाज: सामाजिक चेतना की बुलंद आवाज जय हो ग्रुप के संयोजक सुनील थपलियाल ने कहा कि यमुनोत्री धाम दर्शन के 5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किये. सिलक्यारा सुरंग रेस्क्यू ऑपरेशन में राज्य और केंद्र के उच्च अधिकारी एनएच 94 की बदहाल स्तिथि से रूबरू हुए. उन्हें सड़क पर पड़े भारी गड्डों की वजह से बड़ी दिक्कतें हुई. उसके बावजूद भी एनएचआईडीसीएल और एनएच विभाग ने डामरीकरण या गड्डों को भरने की कोशिश नहीं की. महज मिट्टी भर कर इतिश्री कर दी गयी.

एसडीएम ने विभागों को भेजा नोटिस: इस मामले में उपजिलाधिकारी मुकेश रमोला ने कहा कि जय हो ग्रुप का पत्र मिलते ही एनएचआईडीसीएल और एनएच विभाग को धारा 133 के तहत नोटिस भेजते हुए जबाब मांगा गया है. साथ ही जिलाधिकारी को भी पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है. उन्होंने कहा कि राड़ी तक सड़क पर भारी गड्ढे होने से आवाजाही कर रहे राहगीरों को परेशानी हो रही है. जल्द मोटर मार्ग को सही करवाने का प्रयास किया जायेगा.

पत्र देने वालों में जय हो ग्रुप के संयोजक सुनील थपलियाल, कोषाध्यक्ष मोहित अग्रवाल, आशीष पंवार, गिरीश चौहान, एडवोकेट विनोद बिष्ट, प्रदीप उर्फ मस्तु, महिताब धनाई, सुरेश सैनी, आशीष चौहान, रविन्द्र सिंह, अजय रावत, विनोद नौटियाल, दीनानाथ सोनी, जय सिंह पंवार, अंकित असवाल, आशीष काला, प्रवेश रावत, प्रदीप बिष्ट, मनमोहन चौहान, संजय सजवाण, सुमन चौहान, मनोज गौड़, नरेश चन्द रमोला, मंजू, कविता उनियाल शामिल थे.
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Last Updated : Jan 4, 2024, 1:06 PM IST

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