हल्द्वानी:उत्तराखंड वन विभाग के प्रमुख वन संरक्षक विनोद कुमार सिंघल आज हल्द्वानी स्थित वन अनुसंधान केंद्र पहुंचे. जहां उन्होंने अनुसंधान केंद्र का निरीक्षण कर कार्यों और रिसर्च की सराहना की. इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह से उत्तराखंड वन अनुसंधान केंद्र हल्द्वानी (Uttarakhand Forest Research Institute Haldwani) के अलावा अन्य जगह पर रिसर्च के क्षेत्र में बेहतर काम कर रहा है. यह उत्तराखंड के लिए बड़ी उपलब्धि है.
हल्द्वानी वन अनुसंधान केंद्र पहुंचे पीसीसीएफ विनोद सिंघल, रिसर्च कार्यों को सराहा - हल्द्वानी की खबरें
उत्तराखंड वन अनुसंधान केंद्र हल्द्वानी पहुंचे वन विभाग के मुखिया विनोद कुमार सिंघल ने रिसर्च कार्यों को जमकर सराहा. साथ ही रिसर्च के लिए बजट की कमी न होने देने के बात कही. इसके अलावा सिंघल ने उत्तराखंड में मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं पर चिंता (Human wildlife conflict in Uttarakhand) भी जताई.
वन विभाग के मुखिया विनोद कुमार सिंघल (PCCF Vinod Kumar Singhal) ने कहा कि उत्तराखंड में रिसर्च के क्षेत्र में किसी तरह के कोई परेशानी ना हो, इसके लिए विभाग की ओर से बेहतर काम किया जा रहा है. बजट को लेकर कई बार समस्याएं आती हैं, इसके लिए उच्च स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. जिससे रिसर्च सेक्टर में अनुसंधान केंद्र और आगे काम कर सके. साथ ही जैव विविधता के संरक्षण के साथ-साथ छात्र फॉरेस्ट रिसर्च के क्षेत्र में बेहतर काम कर सके.
पीसीसीएफ विनोद सिंघल (Principal Chief Conservator of Forests Vinod Kumar Singhal) ने कहा कि उत्तराखंड में मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं बढ़ रही है. जो चिंता का विषय है. जंगलों में मानवीय हस्तक्षेप के चलते मानव वन्यजीव संघर्ष (Human wildlife conflict in Uttarakhand) की घटनाएं बढ़ रही है. ऐसे में सभी को जागरूक रहने की जरूरत है. इसके लिए विभाग की ओर से जन जागरूकता अभियान के साथ-साथ जंगलों की गश्त भी बढ़ाई जा रही है. फतेहपुर और रामनगर वन प्रभाग में बाघ की हमले की घटनाएं चिंता का विषय बना हुआ है. इसके लिए सर्च अभियान चलाया जा रहा है. आवश्यकता पड़ने पर मारने की भी कार्रवाई की जा सकती है.
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