हल्द्वानीःटिहरी में होटल के एक कमरे में हिडन कैमरा लगाने का मामला सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में है. इस घटना के बाद होटलों में ठहरने वाले यात्रियों के निजता के साथ खिलवाड़ को लेकर सवाल उठने लगे हैं. वहीं सीसीटीवी कैमरा एक्सपर्ट इस तरह की गतिविधियों को लेकर लोगों से सावधानियां बरतने की हिदायत दे रहे हैं.
हिडन कैमरे के जानकारी देते सीसीटीवी कैमरा एक्सपर्ट भुवन चंद्र जोशी.
दरअसल, मंगलवार को टिहरी में एक होटल के कमरे में पंखे में हिडन कैमरे लगा होने का मामला सामने आया है. इस तरह की घटना सामने आने के बाद पर्यटकों को होटलों में सुरक्षा के प्रति विश्वास खत्म हो रहा है. पर्यटक स्थल और सरोवर नगरी होने से नैनीताल समेत हल्द्वानी में काफी होटल व लॉज हैं. यहां पर दूरदराज से काफी तादाद में पर्यटक घूमने आते हैं. ऐसे में सवाल उठना भी लाजिमी है कि कोई पर्यटक होटल में कमरा लेता है तो निजी मामलों में वह कितना सुरक्षित है?
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मामले को लेकर सीसीटीवी कैमरा एक्सपर्ट भुवन चंद्र जोशी का कहना है कि नई टेक्नोलॉजी के साथ बाजार में कई तरह के हिडन और डिवाइस कैमरे उपलब्ध हैं. जिसकी पहचान करना आम आदमी के लिए मुश्किल होता है. उन्होंने बताया कि हिडन कैमरा भारत में प्रतिबंधित है और इसका उत्पादन केवल चीन में किया जाता है. एक्सपर्ट का कहना है कि जिस तरह से सीसीटीवी कैमरा आपकी निगरानी कर रहा है, उसी तरह होटल के कमरे के अंदर पहुंचने के दौरान खुद को भी सीसीटीवी कैमरे की तरह निगरानी रखनी पड़ेगी.
उन्होंने बताया कि कमरे में पहुंचने पर सभी तरह की गतिविधियों की जांच करनी चाहिए. शक होने पर इसकी शिकायत तत्काल होटल प्रबंधक और पुलिस से करनी चाहिए. जिससे सभी के निजी मामलों की सुरक्षा हो सके. साथ ही कहा कि कई तरह के वायरलेस डिवाइस और कैमरे भी आ रहे हैं. इन कैमरों के गतिविधियों की जांच करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में शक होने पर तुरंत जांच करनी चाहिए. इसके अलावा होटल स्वामी को भी अपने ग्राहकों की सुरक्षा को लेकर उन्हें संतुष्ट करना चाहिए कि वो सीसीटीवी कैमरे से रिकॉर्ड नहीं कर रहे हैं.
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वहीं, सिटी मजिस्ट्रेट अमित श्रीवास्तव का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा के प्रति पुलिस होटलों और लॉजों की समय-समय पर जांच करती है. होटल के कमरे के अंदर किसी भी गतिविधियों को कैद करना गैर कानूनी है. उन्होंने कहा कि नैनीताल जिले में इस तरह की अभी तक कोई घटना सामने नहीं आई है, लेकिन सतर्कता बरतते हुए होटलों को निर्देशित किया जाएगा कि होटल के कमरे के अंदर ग्राहक की निजी गतिविधियों को कैद ना करें.
ऐसे करें जांच-पड़ताल
- जब आप रूम में जाए तो सभी लाइट्स बंद करके पूरे रूम की ठीक से जांच-परख कर लें कि कहीं कोई रेड लाइट या फिर कोई ग्रीन लाइट तो नहीं जल रही है.
- रूम में इस बात का ध्यान रखें कि कहीं रूम के दरवाजे के हुक या हैंडल, पंखे के अंदर कोई कैमरा तो नहीं छुपा.
- कमरे में अगर कोई आवाज आ रही है तो ध्यान लगाकर सुनें क्योंकि हिडन कैमरा में कुछ मोशन सेंसिटिव होते हैं जो खुद ब खुद ऑन हो जाते हैं.
- रूम में जाएं तो सबसे पहले सामने लगे शीशे और ऊपर की ओर दिए गए कोनों को ठीक से चेक कर लें.
- रूम के शीशे में कोई कैमरा छिपा तो नहीं इसका पता लगाने के लिए सबसे पहले शीशे पर एक अंगुली रखें. अगर शीशे पर रखी अंगुली और शीशे में दिख रही अंगुली के बीच में अंतर या गैप रहता है तो समझ लें कि शीशा ओरिजनल है और अगर आपकी अंगुली जुड़ी रहती है तो वहां कैमरा है जोकि सब रिकॉर्ड कर रहा है.
- आपका स्मार्टफोन भी हिडन कैमरा का पता लगाने में हेल्प कर सकता है. इसमें बॉडीगार्ड नामक एप को डाउनलोड करें और जैसे ही इसे ऑन करके आप अपने स्मार्टफोन को रूम में घुमाएं, अगर रेड कलर का निशान ब्लिंक दिखने लगें तो समझ लें कि रूम में कैमरा छिपा है.