स्टिंग प्रकरण में हरीश रावत बोले- CBI जब बुलाएगी हाजिर हो जाएंगे हल्द्वानी: उत्तराखंड का बहुचर्चित स्टिंग ऑपरेशन प्रकरण एक बार फिर सुर्खियों में है. सीबीआई कोर्ट में चल रहे इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, हरक सिंह रावत सहित 4 लोगों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं. इस पर हरीश रावत की तल्ख टिप्पणी आई है.
हरीश रावत बोले- हमें सीबीआई की कोई चिंता नहीं: लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही स्टिंग ऑपरेशन का जिन्न एक बार फिर से बाहर आ गया है. सीबीआई कोर्ट के निर्देश के बाद हरीश रावत ने कहा है कि सीबीआई जब भी हमें बुलाएगी हम हाजिर हो जाएंगे. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जब तक मैं बोलता रहूंगा और आम जनता के सवालों को उठाता रहूंगा, सीबीआई और उनके दूसरे सहोदर (भाई-बंधु) मेरे नजदीक आते रहेंगे. उसकी हमें कोई चिंता नहीं है.
हरदा ने बीजेपी पर लगाया सत्ता के अपहरण का आरोप: हरीश रावत ने कहा कि 2016-17 में एक भ्रम पैदा कर भाजपा ने जो सत्ता का अपहरण किया था, इस मामले में जैसे-जैसे जांचें और न्याय होते रहेंगे, आखिरकार सत्य की जीत होगी. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस मामले में भाजपा का भ्रम टूटेगा और जनता को पता चलेगा कि भाजपा ने कितना बड़ा छल और झूठ बोलकर 2017 का चुनाव जीता था. उन्होंने कहा कि हम इस समय विपक्ष की भूमिका में हैं. हमारा धर्म सत्ता पक्ष से लड़ने का है. इस समय हम विपक्ष के रूप में लड़ रहे हैं. मौका पड़ने पर भाजपा को उल्टा कर देंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के डीएनए में डर नहीं है और हरीश रावत का डीएनए कांग्रेस का है.
सीबीआई हरीश रावत का वॉयस सैंपल लेना चाहती है: गौरतलब है कि सीबीआई ने बहुचर्चित स्टिंग ऑपरेशन मामले में चार नेताओं को नोटिस जारी किया है. इन नेताओं में पूर्व सीएम हरीश रावत, हरक सिंह रावत, मदन सिंह बिष्ट और स्टिंग ऑपरेशन के सूत्रधार खानपुर विधायक उमेश कुमार का नाम शामिल है. सीबीआई ने इन चारों नेताओं के वॉयस सैंपल लेने के लिए हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है.
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हरीश रावत बोले- बीजेपी का अस्तित्व खत्म हो रहा: लोकसभा चुनाव नजदीक हैं. ऐसे में एक बार फिर से स्टिंग ऑपरेशन का जिन्न सामने आ गया है. हरीश रावत लगातार भाजपा सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं. हरीश रावत का कहना है कि भाजपा का अस्तित्व धीरे-धीरे खत्म हो रहा है. ऐसे में अब भाजपा पुराने प्रकरण को फिर से उजागर कर सत्ता हासिल करने की सोच रही है, लेकिन अब उत्तराखंड की जनता भाजपा की करनी और कथनी को समझ चुकी है.