नैनीताल: श्रीनगर गढ़वाल से एनआईटी को शिफ्ट करने के मामले में नया मोड़ आया है. राज्य सरकार की तरफ से कोर्ट को बताय गया कि सीएम और केंद्रीय शिक्षा मंत्री के बीच बैठक हुई, जिसमें एनआईटी श्रीनगर के सुमाड़ी में ही बनाने पर सहमति बनी है. वहीं, कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार को कल मामले में जवाब पेश करने को कहा है.
NIT मामलाः कोर्ट को सरकार ने दिया जवाब, श्रीनगर के सुमाड़ी में ही बनेगा कैंपस
कॉलेज के पूर्व छात्र जसवीर सिंह ने नैनीताल हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर बताया कि उनके कॉलेज को बने हुए 9 साल हो गए हैं, लेकिन 9 सालों के बाद भी एनआईटी को स्थाई कैंपस नहीं मिला है. जिसको लेकर छात्र काफी लंबे समय से स्थाई कैंपस की मांग कर रहे हैं.
बता दें कि कॉलेज के पूर्व छात्र जसवीर सिंह ने नैनीताल हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर बताया कि उनके कॉलेज को बने हुए 9 साल हो गए हैं, लेकिन 9 सालों के बाद भी एनआईटी को स्थाई कैंपस नहीं मिला है. जिसको लेकर छात्र काफी लंबे समय से स्थाई कैंपस की मांग कर रहे हैं. लेकिन, सरकार द्वारा उनकी मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया. साथ ही अभी छात्र ऐसी जगह पर हैं. वह बिल्डिंग पूरी तरह से जर्जर है और इस बिल्डिंग में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
याचिकाकर्ता ने बताया कि कैंपस की मांग कर रहे छात्रों के प्रदर्शन के दौरान हादसे में एक छात्रा की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया. लिहाजा राज्य सरकार और एनआईटी मिलकर इस छात्रा का इलाज करें. वहीं, इससे पहले केंद्र और राज्य सरकार द्वारा एनआईटी को उत्तराखंड से जयपुर शिफ्ट करने पर कोर्ट ने नाराजगी जताई. साथ ही राज्य सरकार ने पीछे कदम खींचते हुए एनआईटी श्रीनगर को सुमाड़ी में ही बनाने का निर्णय लिया है. हालांकि मामले में कल एक बार फिर अहम सुनवाई होगी.