हल्द्वानी: लालकुआं कोतवाली के बेरीपड़ाव क्षेत्र से दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां भीषण आग लगने के कारण गौला मजदूरों की झोपड़ियां जलकर खाक हो गई. जबकि झोपड़ी में सो रहे 15 दिन के मासूम की झुलस कर मौत हो गई. सूचना पाकर मौके पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने आग पर बमुश्किल काबू पाया.
खाना बनाते समय चुल्हे से निकली चिंगारी बनी खौफनाक, जली आधा दर्जन झोपड़ियां, एक मासूम की मौत - गौला नदी
बताया जा रहा है कि बेरीपड़ाव गौला गेट पर मजदूरों ने रहने के लिए झोपड़ियां बनाई थी. घटना के समय सभी मजदूर गौला नदी में काम करने गए हुए थे. बताया जा रहा है कि एक मजदूर की पत्नी घर में खाना बना रही थी, तभी चूल्हे की चिंगारी ने पूरी झोपड़ी को अपनी चपेट में ले लिया.
बताया जा रहा है कि बेरीपड़ाव गौला गेट पर मजदूरों ने रहने के लिए झोपड़ियां बनाई थी. घटना के समय सभी मजदूर गौला नदी में काम करने गए हुए थे. बताया जा रहा है कि एक मजदूर की पत्नी घर में खाना बना रही थी, तभी चूल्हे की चिंगारी ने पूरी झोपड़ी को अपनी चपेट में ले लिया. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और अन्य झोपड़ियों को भी अपनी चपेट में ले लिया. आग की लपटों को देखकर स्थानीय लोगों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. जिसके बाद लोगों ने घटना की जानकारी दमकल विभाग को दी.
मौके पर पहुंची दमकल की दो गाड़ियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. वहीं, मनोज पाल नाम के मजदूर के घर में सो रहे 15 दिन का बच्चा आग की चपेट में आ गया. घटना में जिसकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि बच्चे का नामकरण भी नहीं हुआ था. घटना के समय मनोज पाल की पत्नी पानी लेने गई थी. मजदूर मनोज पाल यूपी का रहने वाला है और गौला में मजदूरी का कार्य करता है.