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छोटा भाई बोला तो गुस्से से लाल-पीला हुआ नेपाली अफसर, बैठक में कर दिया हंगामा

उत्तराखंड के नैनीताल जिले में शनिवार को जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के अधिकारियों की नेपाली सांसदों और अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में भारतीय अधिकारी द्वारा नेपाल को छोटा भाई बोलने पर नेपाली अधिकारी आग बबूला हो गया और उसने बैठक में जमकर हंगामा किया. इस बात पर नेपाली अधिकारी का गुस्सा सातवें आसमान पर था.

Nepali officer
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Published : Apr 2, 2022, 4:29 PM IST

रामनगर: नैनीताज जिले के रामनगर में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की बैठक में हिस्सा लेने आए नेपाल के अधिकारी को छोटा भाई बोलना इतना नागवार गुजरा कि उसने बैठक में ही हंगामा कर दिया. इस बैठक में नेपाल के सात सांसद भी मौजूद थे. काफी देर तक नेपाली अधिकारी बैठक में हंगामा करता रहा.

जानकारी के मुताबिक जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघों और अन्य वन्यजीवों की लगातार बढ़ती हुई संख्या को लेकर नेपाल के अधिकारियों और सांसदों के साथ कॉर्बेट प्रशासन ने एक बैठक आयोजित की थी. बैठक में और वन्य जीवों के संरक्षण और संवर्धन को लेकर चर्चा की गई. इस दौरान नेपाल सरकार के अधिकारियों से भी सुझाव लिए गए.
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बैठक में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के उपनिदेशक नीरज शर्मा ने कहा कि नेपाल हमारा छोटा भाई है. नेपाल को छोटा भाई बोलना नेपाल के अधिकारी को बुरा लगा गया और उसने बैठक में हंगामा करना शुरू कर दिया. उपनिदेशक नीरज शर्मा ने नेपाली अधिकारी से माफी भी मांगी, लेकिन वो सुनने को ही तैयार नहीं था.

नेपाली अधिकारी का कहना था कि हम सबकी अपनी-अपनी सरकार अपने अधिकारी हैं. आप भी अधिकारी हैं और हम भी अधिकारी हैं. यहां पर छोटा भाई या बड़ा भाई कहने का कोई औचित्य नहीं है. हम सब यहां एक हैं. आप अपनी गवर्नमेंट से हैं, हम अपनी गवर्नमेंट से और ये शिष्टाचार भेंट है. ताकि एक-दूसरे के देश को ईको टूरिज़्म में बढ़ावा मिले सके. उपनिदेशक नीरज शर्मा समेत अन्य अधिकारियों के काफी समझाने के बाद नेपाली अधिकारी शांत हुआ.
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बैठक में इस विषय पर हुई चर्चा:दरअसल, जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का बड़ा हिस्सा नेपाल से सटा हुआ है. यहां पर शिकारी नेपाल के रास्ते आसानी से घुसपैठ कर वन्यजीवों का शिकार करते हैं. कीमती वन संपदा की भी तस्करी करते हैं. इसी को लेकर इस बैठक का आयोजन किया गया था.

बैठक में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के अधिकारियों ने नेपाली सांसदों और अधिकारियों को पार्क की जैव विविधता, पर्यावरण और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी. साथ ही उन्होंने नेपाल के अधिकारियों और सांसदों से भी सुझाव मांगे.

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के अधिकारियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि नेपाल की तरफ से नेशनल पार्क की सुरक्षा पुख्ता नहीं है, जिसका तस्कर फायदा उठाते हैं. बैठक में यही चर्चा की गई है कि कैसे दोनों देश मिलकर वन्य संपदा और जीवों की तस्करों से रक्षा कर सकते हैं.
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वहीं नेपाल से भारत आए नेपाल पार्लियामेंट के सदस्य महेश दत्त जोशी ने कहा कि भारत के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए भी कॉर्बेट देश-विदेशों में जाना जाता है. इसे देखते हुए नेपाल सरकार ने भी अपने जंगलों की सुरक्षा कड़ी करने का फैसला लिया है, जिसके लिए भारत के तीन टाइगर रिजर्व से सुझाव लिए जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि यह एक अनौपचारिक बैठक है, जो एक-दूसरे देश के भाईचारे को भी दर्शाता है. उन्होंने कहा कि यहां पर हम सात सांसदों के साथ ही डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के कर्मचारी भी मौजूद हैं.

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