रामनगर: हाईस्कूल की 15 वर्षीय छात्रा नीलम भारद्वाज का चयन उत्तराखंड की सीनियर महिला क्रिकेट टीम में हुआ है. नीलम भारद्वाज ने पिता के देहांत के बाद भी इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है. जिसका नतीजा है कि अब वे उत्तराखंड की सीनियर महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा बनी हैं. नीलम भारद्वाज को आगे बढ़ाने में कॉर्बेट क्रिकेट एकेडमी ने भी बड़ा सहयोग किया है.
रामनगर की रहने वाली कक्षा 10 की छात्रा नीलम भारद्वाज को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था. उसका सपना था कि वह एक दिन महिला क्रिकेट टीम में शामिल हो. इसलिए नीलम का रुझान बचपन से ही क्रिकेट की ओर रहा. नीलम मे हालातों को हराकर मजबूती से अपने लक्ष्य पर फोकस किया. दिन-रात की मेहनत के बाद आखिर उसे वो हासिल हो ही गया जिसके लिए वे बचपन से ही जूझ रही थी.
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बता दें कि नीलम के परिवार में चार भाई-बहन हैं. नीलम की एक बड़ी बहन की शादी हो चुकी है. जबकि तीन भाई-बहन अभी पढ़ रहे हैं.नीलम के पिता की पिछले वर्ष एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी. मौत के बाद परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट गहरा गया था. आय के स्रोत बंद हो गए थे. जिसके कारण नीलम की कोचिंग क्लासेस भी बंद हो गई. मगर फिर भी नीलम ने हार नहीं मानी. क्रिकेट एकेडमी ज्वाइन करने के लिए नीलम ने अपनी मां के साथ घरों में चौका-बर्तन करना शुरू किया. जिससे उसने अपनी फीस भरी.
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नीलम की मां पुष्पा देवी कहती हैं कि मेरी बेटी नीलम ने बहुत संकटों के बीच अपना जीवन बिताया है. पुष्पा कहती हैं कि जब कॉर्बेट एकेडमी के कोच ने नीलम की परफॉर्मेंस देखी तो उन्होंने नीलम का पूरा खर्चा उठाना शुरू किया. उसे निशुल्क उसको प्रशिक्षण दिया. साथ ही एकेडमी के कुछ लोगों ने उनके परिवार की भी मदद की. नीलम की मा सरकार से गुजारिश करते हुए उनकी बेटी की मदद करने की गुहार लगा रही हैं.