हल्द्वानी: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके ND तिवारी के बेटे रोहित शेखर के निधन से हर कोई स्तब्ध है. अचानक काल के गाल में समा चुके रोहित शेखर की चुनाव लड़ने की इच्छा अधूरी ही रह गई. साल 2017 के चुनाव के दौरान रोहित लालकुआं विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर चुके थे. लेकिन टिकट न मिलने की वजह से वो चुनाव नहीं लड़ पाये.
दरअसल, रोहित शेखर तिवारी लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में अपने पिता एनडी तिवारी के साथ घूम-घूमकर जगह-जगह कांग्रेस का प्रचार कर रहे थे. वो अपने पिता एनडी तिवारी की उपलब्धियों को गिनाकर अपने लिए चुनाव में सहयोग मांग रहे थे लेकिन कांग्रेस ने ऐन वक्त पर रोहित शेखर तिवारी को टिकट देने से मना कर दिया था. जिसकी वजह से वो चुनाव नहीं लड़ा पाये थे. रोहित के चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें विरोधियों ने नौसिखिया और बच्चा तक कह दिया था.