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कारगिल शहीद राम प्रसाद ध्यानी की वीरांगना को कवि सारस्वत ने किया सम्मानित, देहदान की घोषणा भी की - रामनगर के लांस नायक राम प्रसाद ध्यानी

रामनगर के लांस नायक राम प्रसाद ध्यानी ने कारगिल युद्ध के दौरान 25 जुलाई 1999 को दुश्मनों से लोहा लेते हुए अपना बलिदान दिया था. उन्होंने दो पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया था. उनकी वीरांगना पत्नी जयंती देवी को राष्ट्रीय कवि अनिल सारस्वत ने सम्मानित किया. साथ ही देहदान की घोषणा भी की.

National Poet Anil Saraswat honored Jayanti Devi
वीरांगना को कवि सारस्वत ने किया सम्मानित

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Published : Oct 17, 2022, 1:15 PM IST

Updated : Oct 17, 2022, 1:27 PM IST

रामनगरःकारगिल शहीद लांस नायक राम प्रसाद ध्यानी (Kargil martyr Lance naik Ram Prasad Dhyani) की पत्नी वीरांगना जयंती देवी को राष्ट्रीय कवि अनिल सारस्वत ने सम्मानित किया. इस दौरान कवि अनिल सारस्वत ने अपनी देहदान करने की घोषणा भी की.

बता दें कि कारगिल युद्ध (Kargil War 1999) के दौरान 25 जुलाई 1999 को रात के समय लांस नायक राम प्रसाद ध्यानी की यूनिट 17 गढ़वाल राइफल्स द्रास सेक्टर की पहाड़ी पर चढ़ रही थी. चारों ओर अंधेरा छाया हुआ था. तभी पाकिस्तानी घुसपैठियों ने उनकी यूनिट पर चारों तरफ से हमला कर दिया. लांस नायक राम प्रसाद ध्यानी अपनी जान की परवाह किए बिना खुद आगे बढ़कर पाकिस्तानी घुसपैठियों का बहादुरी से सामना करने लगे. उन्होंने दो पाकिस्तानी घुसपैठियों को ढेर कर दिया, लेकिन अब तक अन्य घुसपैठियों की नजर राम प्रसाद ध्यानी पर पड़ चुकी थी. उन्होंने चारों ओर से राम प्रसाद पर हमला कर दिया. अपनी आखिरी सांस तक लड़ते हुए राम प्रसाद ध्यानी शहीद हो गए.

राम प्रसाद ध्यानी की वीरांगना को कवि सारस्वत ने किया सम्मानित.
ये भी पढ़ेंः कुमाऊं में जंगलों को बचाने के लिए शहीद हो चुके 38 वनकर्मी, परिजनों को किया गया सम्मानित

वहीं, राष्ट्रीय ओजस्वी कवि अनिल सारस्वत (National Poet Anil Saraswat) रामनगर के पिरूमदारा स्थित राम प्रसाद ध्यानी की वीरांगना जयंती देवी के घर पहुंचे और उन्हें सम्मानित (National Poet Anil Saraswat honored Jayanti Devi) किया. अनिल सारस्वत बीते कुछ सालों से भारतीय सेना में बलिदान हुए सैनिकों की वीरांगनाओं को प्रतीक चिन्ह और नकद राशि भेंट कर सम्मानित करते आ रहे हैं. इस मौके पर उन्होंने मृत्योपरांत अपनी देहदान की घोषणा भी की. अनिल सारस्वत एक कवि होने के साथ ही अच्छे खिलाड़ी भी रहे हैं. उन्होंने कुमाऊं विश्वविद्यालय में रेस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता था. राष्ट्रीय अंतर महाविद्यालय स्पोर्ट्स में कुमाऊं विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं.

Last Updated : Oct 17, 2022, 1:27 PM IST

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