नैनीताल:दीक्षा मिश्रा हत्याकांड में नैनीताल पुलिस ने मुख्य आरोपी ऋषभ तिवारी उर्फ इमरान को यूपी के गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया है. आज (18 अगस्त) नैनीताल के एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा किया. एसपी सिटी ने बताया कि दीक्षा की हत्या के बाद ही पुलिस की एक टीम नैनीताल से ऋषभ उर्फ इमरान की गिरफ्तारी के लिए गाजियाबाद के लिए रवाना हुई थी. इस टीम ने कई जगहों पर दबिश दी तब जाकर वो पुलिस के हत्थे चढ़ा. आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है.
दो साल से लिव इन रिलेशन में थे दोनों:पुलिस ने बताया कि दीक्षा का उसके पति से तलाक हो गया था, वो अपनी बेटी के साथ नोएडा में रहती थी. इमरान और दीक्षा बीते दो साल से लिव इन रिलेशन में रह रहे थे. बीते कुछ महीनों से दीक्षा और इमरान का बीच विवाद चल रहा था. नैनीताल के होटल ग्लैक्सी होम स्टे में भी दीक्षा ने इमरान के साथ मारपीट की थी. इसी आवेश में आकर उसने दीक्षा का गला दबाकर हत्या कर दी.
दीक्षा के तीन बॉयफ्रेंड थे: वहीं, गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में इमरान ने पुलिस को बताया कि दीक्षा की शादी 2008 में हुई थी, लेकिन 2012 में वो अपने पति से अलग हो गई थी. पति के अलग रहने के बाद उसकी मुलाकात सुरेंद्र यादव से हुई. सुरेंद्र के साथ भी वो लंबे समय तक लिव इन रिलेशन में रही थी. हालांकि कुछ समय बाद दोनों में अनबन हो गई और दोनों अलग हो गए.
इमरान के मुताबिक, सुरेंद्र के बाद दीक्षा किसी और युवक संपर्क में आई थी. उसके साथ भी दीक्षा लिव इन रिलेशन में रही. हालांकि उसका ये रिश्ता भी कुछ ही दिन चला. इसके बाद 2018 में दीक्षा और उसकी (इमरान) की मुलाकात हुई और दोनों साथ रहने लगे. हालांकि, उसने अपना नाम इसलिए बदला ताकि दोनों के साथ रहने पर सवाल न उठें. दीक्षा को उसकी असल पहचान का पहले से पता था.
दीक्षा के स्वभाव बदल गया था: इमरान ने पुलिस को बताया कि बीते कुछ समय से दीक्षा का स्वभाव बदला गया था. दीक्षा अकसर शराब पीने के बाद उससे लड़ती थी. वारदात की रात भी दीक्षा के पुराने बॉयफ्रेंड का कॉल आया था. इसकी वजह से दोनों के बीच बहस हुई और फिर दीक्षा ने शराब के नशे में उसके साथ मारपीट की. गुस्से में आकर इमरान ने दीक्षा की गला घोंटकर हत्या कर दी.
पढ़ें-दीक्षा मिश्रा हत्याकांड: लव जिहाद एंगल की पुलिस कर रही जांच, चौंकाने वाले तथ्य आए सामने
होटल स्टॉफ से वापस मांगी आईडी:दीक्षा के मर्डर के बाद इमरान चुपके से रात में ही होटल से निकल गया. उससे पहले इमरान ने होटल रिसेप्शन पर जमा की गई अपनी आईडी यह कहते हुए वापस मांग ली थी कि वह सुबह दीक्षा और अपनी आईडी एक साथ जमा करवा देगा और होटल रिसेप्शन ने इमरान को उसकी आईडी वापस दे दी, जिसके बाद इमरान मौके से फरार हो गया. गनीमत रही कि होटल कर्मियों ने इमरान का नाम होटल रजिस्टर में दर्ज कर लिया जिससे उसका असली नाम सामने आ सका.
विदेश भागने की फिराक में था इमरान:इमरान नैनीताल से सीधे नोएडा पहुंचा. यहां पहुंचकर वो सीधे नोएडा स्थित अपने फ्लैट में पहुंचा. फ्लैट से जरूरी सामान लेने के बाद इमरान दीक्षा के घर पहुंचा, जहां उसने फोन भूलने का बहाना बनाकर दीक्षा की बेटी से मोबाइल का पासवर्ड पूछा और लॉक खोलकर फोन लेकर चला गया. यहां से वो विदेश भागने की फिराक में था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया. पुलिस ने इमरान का मोबाइल जब्त कर लिया है.