नैनीतालःलॉकडाउन के चलते होटल व्यवसाय पूरी तरह से चरमरा गया है. अब नैनीताल के होटल कारोबारियों ने राज्य सरकार से उनके होटलों का टैक्स, बिजली और पानी के बिल को माफ करने की मांग की है. होटल एसोसिएशन ने सरकार को अपनी दिक्कतों का ब्योरा पत्र के जरिए भेजा है.
कोरोना ने नैनीताल के होटल कारोबारियों की 'तोड़ी कमर'. कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर देश के पर्यटन कारोबार पर पड़ा है. नैनीताल का इतिहास रहा है कि आज तक पर्यटन सीजन के दौरान कोई भी होटल बंद नहीं रहा, लेकिन इन दिनों लॉकडाउन के चलते ये सभी होटल पूरी तरह से बंद हैं.
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यहां पर सैकड़ों की संख्या में होटल हैं. वहीं, इन होटल कारोबारियों को भी करोड़ों का घाटा हो रहा है. होटल कारोबारी अब राज्य सरकार से राहत की मांग कर रहे हैं. जिससे वो अपने होटल के कर्मचारियों को वेतन व अन्य भत्ते दे सकें. साथ ही बिजली, पानी समेत अन्य टैक्स का बोझ उन पर ना आए.
बता दें कि मार्च से लेकर जून तक का समय नैनीताल, रामनगर, मसूरी, मुक्तेश्वर समेत सभी पर्यटक स्थलों में इन दिनों मुख्य पर्यटन सीजन हुआ करता है, लेकिन लॉकडाउन के चलते इन सभी पर्यटक स्थलों पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है. जिससे होटल कारोबारियों को करोड़ों का नुकसान हो रहा है.