नैनीताल/श्रीनगर/बेरीनाग/देहरादून/सितारगंज/लक्सरअल्मोड़ा: उत्तराखंड में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण पर नैनीताल हाईकोर्ट सख्त हो गया है. नैनीताल हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हर बुधवार को प्रदेश में कोरोना संक्रमण मामलों की समीक्षा करेंगे.
मामले में सुनवाई करते हुए नैनीताल हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रवि विजय कुमार मलिमथ की खंडपीठ ने राज्य सरकार से बुधवार तक प्लाज्मा थेरेपी को लेकर हुए कार्यों की रिपोर्ट पेश करने को कहा है. इसके साथ ही हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता से उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की स्थिति भी जाना. कोर्ट में राज्य सरकार ने बताया कि प्रदेश में 12 कोरोना जांच केंद्र संचालित हो रहे है और केंद्र सरकार सहित डब्ल्यूएचओ, आईसीएमआर के द्वारा जो गाइडलाइन बनाई गई है. उसका पालन किया जा रहा है.
हाईकोर्ट अधिवक्ता दुष्यंत मैनाली ने कोरोना को लेकर जनहित याचिका दायर की है. जिसमें उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार ने प्रदेश के 6 अस्पतालों को कोविड-19 के रूप में स्थापित किया है. लेकिन इन अस्पतालों में कोई भी आधारभूत सुविधा नहीं है. जिसके बाद देहरादून निवासी सच्चिदानंद डबराल ने भी वापस लौटे प्रवासियों की मदद और उनके लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है.
श्रीनगर में कोरोना संक्रमित महिलाओं की सफल डिलीवरी
श्रीनगर में कोरोना संक्रमित दो प्रसूताओं की सफल डिलीवरी हुई. दोनों महिलाएं रुद्रप्रयाग जनपद की रहने वाली हैं और डिलीवरी के लिए श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं. डॉक्टरों के मुताबिक दोनों महिलाएं और नवजात बच्चे स्वस्थ हैं. वहीं, श्रीनगर में शुक्रवार को 24 नए मामले सामने आए हैं. जिला प्रशासन ने सभी मरीजों को होम क्वारंटाइन कर दिया है.
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बेरीनाग में कोरोना पॉजिटिव मरीज
बेरीनाग में एक दुकान में कार्य करने वाला युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है. जिसके बाद से मरीज फरार है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक युवक होम क्वारंटाइन था. शुक्रवार को विभाग की टीम युवक को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए आई थी, उससे पहले ही युवक अपने घर से फरार हो गया. पुलिस की एक टीम फरार युवक की तलाश में जुट गई है.