हल्द्वानी: काठगोदाम और उसके आसपास के इलाकों में पिछले 4 दिनों से हो रही मूसलाधार बरसात के बाद हुए नुकसान को लेकर प्रशासन युद्ध स्तर पर आपदा राहत कार्य में जुटा हुआ है. बीते दिन हल्द्वानी के रकसिया और कलसिया नाले ने सबसे ज्यादा लोगों को नुकसान पहुंचाया है, जहां कई मकान ध्वस्त हुए हैं, तो कई मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. लोगों के घरों में मलबा घुसने से कई परिवारों का सामान का भी भारी नुकसान पहुंचा है.नुकसान के बाद जिला प्रशासन ने वहां सर्वे कार्य शुरू कर दिया है.
आपदा पीड़ितों के जख्मों पर मरहम लगाने में जुटा प्रशासन, डीएम वंदना ने अधिकारियों को किया निर्देशित - Nainital administration
Haldwani Rakasia and Kalsia Nala हल्द्वानी में बीते दिन भारी बारिश से कई लोगों के आशियाने जमींदोज हो गए हैं. जिसके बाद वो राहत शिविरों में रात गुजार रहे हैं. वहीं प्रशासन द्वारा आपदा पीड़ित को हर सुविधा मुहैया कराने का दावा किया जा रहा है.
फौरी तौर पर जिले में अभी तक 300 से अधिक परिवारों को त्वरित आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई गई है. जिलाधिकारी नैनीताल वंदना सिंह ने बताया कि प्रशासन द्वारा कालाढूंगी, नैनीताल, हल्द्वानी और लालकुआं के आपदा प्रभावित परिवारों का सर्वे करा कर अभी तक 300 से अधिक परिवारों को आर्थिक सहायता दी गई है. इसके साथ ही जहां घरों को नुकसान पहुंचा है तथा अन्य नुकसान हुआ है, उसका आकलन भी किया जा रहा है. संबंधित विभाग को नुकसान के आकलन के निर्देश भी दिए गए हैं.
जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारियों को आपदा राहत कार्य में युद्ध स्तर पर जुटने को कहा गया है. काठगोदाम क्षेत्र में जिन लोगों के मकान बह गए हैं या क्षतिग्रस्त हुए हैं.आपदा पीड़ितों को इंटर कॉलेज में राहत कैंप में रखा गया है. साथ ही अधिकारियों को लोगों के लिए समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं जिनके घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनके लिए भी प्रशासन व्यवस्था कर रहा है. सिटी मजिस्ट्रेट और वन विभाग के अधिकारियों को संयुक्त रूप से कलसिया व रकसिया नाले का सर्वे कर नए निर्माण पर रोक लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं, जिससे भविष्य में आपदा से होने वाले नुकसान से बचा जा सके.