नैनीताल:आज जहां एक तरफ पूरे देश में राम मंदिर और मस्जिद निर्माण को लेकर बवाल मचा हुआ है. वहीं दूसरी तरफ एक मुस्लिम परिवार पिछले चार दशकों से सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश कर रहा है. बीते 48 सालों से एक मुस्लिम परिवार रामलीला के दौरान रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतले बना रहा है.
पुतला बना रहे शहनशाह बताते हैं कि उनके पिता दहशरा के लिए रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतले बनाते थे. जिसके बाद उन्होंने उसे यह काम विरासत में दिया है. उनकी मौत के बाद उन्होंने अपने पिता के काम को आज भी जिंदा रखा हुआ है. वे बताते हैं कि इन पुतलों को बनाने में करीब 9 से 10 दिन का समय लगता है. जिसमें वो कागज, बांस, धागा,सुतली का प्रयोग करते हैं. इस बार शहनशाह के परिवार ने मिलकर 35 फीट ऊंचे रावण का पुतला बनाया है.