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नैनीताल जिले में प्राकृतिक आपदा से 30 की मौत, 915 लोगों को निकाला गया सुरक्षित

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Published : Oct 19, 2021, 5:17 PM IST

नैनीताल जनपद में बारिश का कहर जारी है. आपदा में अब तक 30 लोगों के मरने की खबर है, जबकि अभी भी कई लोग लापता बताए जा रहे हैं. सबसे ज्यादा ओखलकांडा में 9 लोगों की मौत हुई है.

Nainital disaster
Nainital disaster

हल्द्वानी:नैनीताल जनपद में पिछले 48 घंटे हो रही बारिश ने तबाही मचा दी है. भारी बारिश की वजह से नैनीताल जिले में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. जगह-जगह मलबा आने और सड़कें क्षतिग्रस्त होने से नैनीताल जिले से कुमाऊं मंडल के सभी संपर्क मार्ग कट गए हैं. वहीं, आपदा के चलते अभी तक 30 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि बहुत से लोग अभी लापता हैं.

एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें लापता लोगों की तलाश में जुटी हुईं हैं. सेना और एयरफोर्स को भी मदद के लिए बुलाया गया है. लगातार बारिश होने की वजह से राहत और बचाव कार्य में देरी हो रही है. संपर्क मार्ग कटने से राहत टीमों को बचाव कार्यों के लिए पैदल जाना पड़ रहा है.

प्राकृतिक आपदा से 30 की मौत

अपर जिला अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि आपदा से सबसे ज्यादा नुकसान नैनीताल जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों में हुआ है. कई मकान बह गए हैं. इसके अलावा घरों में मलबा घुसने से सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. नैनीताल जनपद में अभी तक 30 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि अभी भी बहुत लोग लापता हैं जिनकी तलाश जारी है.

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अपर जिला अधिकारी ने बताया कि हल्द्वानी से पहाड़ों को जाने वाले सभी संपर्क मार्ग टूट चुके हैं. इसके अलावा लैंडस्लाइड के चलते कई जगह राष्ट्रीय राजमार्ग और आंतरिक मार्ग भी बंद हैं. सड़क मार्ग को खोलने के लिए जेसीबी की मशीनें के अलावा पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों को तैनात किया गया है. लगातार हो रही बारिश राहत-बचाव कार्य में देरी का कारण बन रही है.

नैनीताल में अबतक 30 की मौत:नैनीताल जनपद के दोसापानी में 5 लोगों, थराली में 7, गरमपानी में 5, बोहराकोट में 2, चोपड़ा जौलीकोट में 1, ओखलकांडा में 9 जबकि भीमताल में 1 बच्चे की मौत हुई है.

915 लोगों को निकाला सुरक्षित: नैनीताल जनपद में लगातार हो रही बारिश के के बीच आपदा प्रबंधन टीम एवं एसडीआरएफ को मय आपदा उपकरणों के तत्काल आपदाग्रस्त क्षेत्रों में फंसे यात्रियों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है.

इस दौरान कल्सिया नाले के पास, फतेहपुर मुखानी, गोला नदी बनभूलपुरा, इंद्रानगर, गोला लालकुआं, करकट नाला कालाढूंगी, पूछड़ी सुंदरखाल,पनोद धनगढ़ी रामनगर, शेर नाला चोरगलिया, चोपड़ा मल्लीताल, खैरना सहित विभिन्न क्षेत्रों से 915 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जिला प्रशासन ने पहुंचाया है. वहीं, मलबे में दबे शवों को पुलिस टीम के द्वारा ऑपरेशन रेस्क्यू कर शवों को निकाला जा रहा है. एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी खुद मौके पर पहुंच राहत बचाव कार्यों की निगरानी कर रही हैं.

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