हल्द्वानीःनैनीताल के बाद अब हल्द्वानी के बाजारों को भी कुमाऊंनी संस्कृति और शैली में तैयार करने की कवायद शुरू हो गई है. इसके लिए करीब 30 करोड़ की लागत से हल्द्वानी के प्रमुख बाजारों का सौंदर्यीकरण का काम किया जाएगा. ऐसे में जल्द ही हल्द्वानी बाजार नए स्वरूप में नजर आएगी.
30 करोड़ की लागत से हल्द्वानी बाजार की बदलेगी सूरत, कुमाऊंनी संस्कृति की दिखेगी झलक
हल्द्वानी बाजार जल्द ही नए स्वरूप में नजर आएगी. खासकर बाजार में कुमाऊंनी संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी. करीब 30 करोड़ की लागत से बाजार का सौंदर्यीकरण किया जाएगा.
नैनीताल जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल के प्रयास से अब नैनीताल के बाद हल्द्वानी के पुराने बाजार भी कुमाऊंनी कल्चर में नजर आएंगे. करीब 30 करोड़ की लागत से हल्द्वानी के मंगल पड़ाव, सदर बाजार समेत अन्य पुराने बाजारों को नई पहचान दिलाना प्रशासन की प्राथमिकता में है. जिसके तहत अब बाजारों के सौंदर्यीकरण का काम शुरू होगा. इसमें रामलीला मैदान समेत पटेल चौक और बेस अस्पताल के सौंदर्यीकरण का डिजाइन तैयार (haldwani market beautification work) कर लिया गया है.
नैनीताल डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल (Nainital DM Dhiraj Singh Garbyal) का कहना है कि हल्द्वानी शहर से अतिक्रमण (encroachment in Haldwani) हटाकर बाजार को सुंदर बनाना हमारी प्राथमिकता है. जल्द ही बाजार अपनी संस्कृति के अनुरूप नजर आएगा. कुमाऊं से यहां व्यापार करने आने वाले लोगों को न सिर्फ सहूलियत मिल सकेगी बल्कि, बाजार के सौंदर्यीकरण से वो प्रभावित भी होंगे. जल्द ही धरातल पर इस कार्य की शुरुआत की जाएगी.