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कॉर्बेट पार्क के किनारे रहने वालों को राहत, मिली रसोई गैस

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के किनारे रहने वाले लोग जंगली जानवरों के खतरे से जूझते रहते हैं. इन्हें जंगल में ईंधन के लिए लकड़ी लेने जाना पड़ता है. अब सरकार ने इनकी परेशानी को समझते हुए गैस सिलेंडर दिए हैं.

LPG cylinders
मिली रसोई गैस

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Published : Apr 20, 2021, 12:23 PM IST

रामनगर: पिछले माह कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी रेंज में जंगल में लकड़ी लेने गई महिला को बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया था. इससे कॉर्बेट प्रशासन ने सबक लिया है. ग्रामीण वनों में न जाएं, इसलिए कॉर्बेट प्रशासन ने इस क्षेत्र में 7 परिवारों को गैस सिलेंडर देने के साथ ही 27 परिवारों के गैस सिलेंडर भरवाए हैं.

कॉर्बेट प्रशासन ने बांटे गैस सिलेंडर

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के जंगल किनारे रह रहे बीपीएल परिवारों को कॉर्बेट प्रशासन ने निशुल्क 7 सिलेंडर दिए. 27 सिलेंडर उन लोगों के भरवाए जो सिलेंडर भरवाने में सक्षम नहीं थे. इनका जीवन यापन जंगल से ही चलता है.

अब लकड़ी नहीं बीननी पड़ेगी.

बता दें कि पिछले माह एक महिला को जंगल में लकड़ी बीनने के दौरान बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया था. तब से ग्रामीणों से कॉर्बेट प्रशासन जंगल में न जाने की अपील कर रहा था. ग्रामीण भी अड़े हुए थे कि वे अगर जंगल नहीं जाएंगे तो चूल्हा कैसे जलेगा. क्योंकि उन ग्रामीणों के पास घर में गैस सिलेंडर नहीं हैं. इसी के चलते कॉर्बेट प्रशासन ने रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट के जरिए ऐसे बीपीएल परिवारों जिनके घरों में गैस सिलेंडर नहीं था, या फिर जो गैस सिलेंडर भरवाने में सक्षम नहीं थे उनकी मदद की है. 7 बीपीएल परिवारों को गैस सिलेंडर वितरित किए और 27 बीपीएल परिवारों के गैस सिलेंडर भरवाए.

वहीं गैस सिलेंडर वितरित कर रहे रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने कहा कि पिछली बार बाघ ने एक महिला को मार दिया था. आर्थिक रूप में ₹4लाख विभाग ने उनके परिवार को मदद दी थी. उसी क्रम में वो महिलाएं जिनके पास गैस नहीं है या फिर नहीं खरीद सकती हैं, उनके लिए कॉर्बेट शासन ने ये काम किया है.

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विधायक ने अपने क्षेत्र के लोगों से निवेदन किया कि सरकार के माध्यम से बहुत सारी योजनाएं ईडीसी के माध्यम से चलाई रही है. इनमें कॉर्बेट प्रशासन के माध्यम से सहयोग लिया जाता है.

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