नैनीताल: एशिया में तेजी से बढ़ रहे प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए इन दिनों सरोवर नगरी में 15 देशों के वैज्ञानिक गहन चिंतन-मंथन कर रहे हैं. इसी कड़ी में देशभर में लो कॉस्ट सेंसर लगाने की योजना बनाई जा रही है. ताकि लगातार बढ़ रहे प्रदूषण पर नियंत्रण किया जा सके.
वैज्ञानिक मनीष नाजा ने बताया कि देश में करीब 100 से 200 किलोमीटर की दूरी पर प्रदूषण नियंत्रण टॉवर लगे हैं. जिसके चलते लगातार बढ़ रहे प्रदूषण पर नियंत्रण करना नामुमकिन साबित हो रहा है. जिसे ध्यान में रखते हुए अब देशभर में करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर प्रदूषण नियंत्रण टॉवर लगाने की जरूरत है. साथ ही बताया कि वैज्ञानिकों द्वारा अब नई तकनीक से लो कॉस्ट सेंसर बनाए जा चुके हैं. जिनसे तेजी से बढ़ रहे प्रदूषण के कारणों का पता लगाया जा सकता है.
एरीज में वैज्ञानिकों का गहन चिंतन-मंथन. इन सेंसरों के माध्यम से प्रदूषण के आंकड़े प्राप्त किए जा सकेंगे और देशभर में बढ़ रहे प्रदूषण पर नियंत्रण रखा जा सकता है. जिसके चलते इन सेंसरों को देशभर में लगाए जाने पर मंथन किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने तेजी से पिघल रहे ग्लेशियरों पर भी चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि वायु प्रदूषण के बढ़ने का प्रभाव भविष्य में हिमालय पर भी पड़ेगा. ऐसे में समय रहते इस पर काबू नहीं पाया गया तो आने वाले समय में देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को इसके असर से जुझना पड़ेगा.
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वही बेंगलुरु के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रोफेसर श्याम ने बताया कि देश में बढ़ रही पराली के प्रदूषण की समस्या कुछ ही दिनों की है. इससे ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है.