हल्द्वानी: उत्तराखंड में कुमाऊं के जंगलों से चीड़ के पेड़ से निकलने वाले लीसे का बड़ी मात्रा में कारोबार होता है. लॉकडाउन के चलते जंगलों से निकलने वाले लीसे पर ब्रेक लग गया है. हर वर्ष मार्च माह से शुरू होने वाली लीसे की निकासी दो महीने बाद भी शुरू नहीं हो पायी है.
ऐसे में लीसा नहीं निकलने के चलते चीड़ के जंगलों में आग लगने का खतरा पैदा हो गया है. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जंगलों से निकलने वाले लीसा की निकासी का टेंडर हो गया है, जल्द काम शुरू हो जाएगा.
बता दें कि, कुमाऊं के जंगलों में चीड़ के पेड़ से हर साल निकलने वाले हजारों क्विंटल लीसे की इस बार टेंडर प्रक्रिया में देरी के चलते निकासी शुरू नहीं हो पाई है. अति ज्वलनशील पदार्थ की निकासी नहीं होने से जंगलों में आग भड़कने की आशंकाएं बनी हुई हैं. जानकारों की मानें तो अगर लीसे के जंगलों में आग भड़कती है तो वन संंपदा के साथ वन्य जीवों को भी काफी नुकसान हो सकता है.