हल्द्वानी: उत्तराखंड में कोरोना के आगे बीमार पड़ी स्वास्थ्य सेवाओं और सिस्मट को लेकर कांग्रेस आए दिन सरकार पर निशाना साधती रहती है. नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कोरोना के हालात पर चिंता जाहिर की. साथ ही कहा कि इस महामारी को काबू करने में केंद्र और राज्य सरकार हर मोर्चें पर पूरी तरह फेल हुए है.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से सरकार कोरोना काल में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के बड़े-बड़े दावे कर रही है, वे सभी धरातल पर फेल हो रहे हैं. सरकार के पास मरीजों के देने के लिए इंजेक्शन नहीं है. वैक्सीनेशन को लेकर सरकार बड़ी-बड़ी बातें तो करती है, लेकिन लोगों को वैक्सीन ही नहीं मिल पा रही है. 18+ वालों में एक प्रतिशत भी वैक्सीन नहीं लग पाई है. ऐसे में सरकार कोरोना को काबू करने में पूरी तरह फेल हुई है. सरकार को व्यवस्थाएं दुरूस्त करनी चाहिए, ताकि आम आदमी को राहत मिल सकें.
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वैक्सीनेशन पर सरकार के मंत्री का दावा
उत्तराखंड में कोरोना वैक्सीन की कमी को लेकर सूबे के कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि राज्य में वैक्सीन समाप्त नहीं हुई है. कई जगह वैक्सीन की कमी जरूर आई है. क्योंकि उत्पादन के हिसाब से ही वैक्सीनेशन का आवंटन हो रहा है, लेकिन जल्दी हालात सामान्य हो जाएंगे और भारी मात्रा में वैक्सीन उत्तराखंड आएगी. फिलहाल जितनी वैक्सीन है, वो लगाने का काम किया जा रहा है. राज्य के हर नागरिक को समय पर वैक्सीन लगाना हमारी जिम्मेदारी है.
गौरतलब है कि नैनीताल जिले में कोरोना वैक्सीन की भारी कमी हो गयी है, जिस कारण जिले के कई वैक्सीनेशन सेंटर को बंद करना पड़ा है. हल्द्वानी में केवल एमबीपीजी कॉलेज में एक ही वैक्सीनेशन का एक काउंटर चल रहा है, जबकि 45+ के लिए वैक्सीन खत्म हो चुकी है. अभी जिले में केवल 440 डोज वैक्सीन बची हुई है, जबकि 18 से 44 साल के लोगों के लिए 10800 डोज वैक्सीन बची है. जिले में वैक्सीनेशन के लिए सारे स्लॉट खाली हैं और दर्जनों वैक्सीनेशन सेंटर फिलहाल बंद है. केवल 18 से 44 वर्ष की उम्र के चुनिंदा जगहों पर ही अब वैक्सीनेशन हो रहा है.