नैनीताल: सरोवर नगरी को पर्यटन के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी जाना जाता है. यही कारण है कि यहां देश के कोने-कोने से छात्र पढ़ने आते हैं, लेकिन बीते कुछ समय में शिक्षा स्तर में गिरावट दर्ज की गई है. जिसकी तस्दीक कुमाऊं विश्वविद्यालय की नैक रैंकिंग कर रही है. नैक रैंकिंग में पहले कुमाऊं विवि तीसरे नंबर पर था, जिससे गिरकर अब यह छठें स्थान पर पहुंच गई है. रैंकिंग गिरने पर कुलपति प्रोफेसर दीवान सिंह रावत ने नाराजगी जताई है.
कुमाऊं विवि छठें पायदान पर:राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक ) की रिपोर्ट के आधार पर कुमाऊं विवि तीसरे स्थान से फिसलकर छठें पायदान पर पहुंच गया है. गुरुवार को जारी हुई नैक रिपोर्ट के आधार पर कुमाऊं विश्वविद्यालय को बी रैंक मिली हैं. वहीं, इससे पहले विश्वविद्यालय को ए रैंकिंग प्राप्त थी. नैक की टीम ने 4 से 6 सितंबर तक कुमाऊं विश्वविद्यालय का पुनः निरीक्षण किया था.
नैक ने निरीक्षण कर रिपोर्ट की तैयार:इसी बीच विश्वविद्यालय की पिछले पांच वर्ष की सभी गतिविधियों, उपलब्धियों, पाठ्यक्रमों, एकेडेमिक एक्सलेंस, सामाजिक जुड़ाव जैसे सभी बिंदुओं पर विश्वविद्यालय के कार्याें की प्रभावी रूप से जानकारी प्राप्त की थी. टीम ने कॉलेजों के संकायाध्यक्षों से अपनी उपलब्धियों, अकादमिक व प्रशासनिक गतिविधियों, केंद्रीय पुस्तकालय समेत यूजीसी-एचआरडीसी, एनसीसी, कैंटीन, डिस्पेंसरी, वित्त, प्रशासन, मान्यता, परीक्षा अनुभाग, गोपनीय अनुभाग, ईआरपी सेल समेत सभी विभागों का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की थी.