हल्द्वानी: पहाड़ की तलहटी गौलापार, कोटाबाग, चोरगलिया, चकलुवा और कालाढूंगी का टमाटर इन दिनों कुमाऊं की सबसे बड़ी मंडी हल्द्वानी में खूब पहुंच रहा है. यहां के टमाटर की डिमांड दिल्ली सहित कई प्रदेशों की बड़ी मंडियों में की जा रही है. इस वजह से टमाटर के दाम अच्छे मिलने से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं. बताया जा रहा है कि पिछले कई सालों से किसानों को टमाटर की खेती में नुकसान हो रहा था, लेकिन इस बार किसानों को अच्छे दाम मिल रहे हैं.
कुमाऊं के काश्तकारों को टमाटर के अच्छे दाम मिल रहे हैं. हल्द्वानी के गौलापार, कोटाबाग, चोरगलिया, चकलुवा और कालाढूंगी में टमाटर की खूब उपज होती है. किसी समय यहां के टमाटर की डिमांड विदेशों तक हुआ करती थी, लेकिन अब यहां के काश्तकार पिछले कई सालों से टमाटर की खेती में नुकसान झेल रहे थे. इस वजह से कई किसानों ने टमाटर की खेती से मुंह मोड़ लिया था. लेकिन इस बार टमाटर की खेती करने वाले किसानों को अच्छा मुनाफा हो रहा है.
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बताया जा रहा कि इस बार उत्पादन कम होने के चलते किसानों को अच्छा दाम मिल रहा है. यहां से टमाटर की डिमांड प्रदेश की कई मंडियों में खूब की जा रही है. इसके चलते किसानों के चेहरे पर खुशी है. इस बार टमाटर का सीजन शुरू होते ही क्षेत्रों की मंडियों में पहुंचना शुरू हो गया था. इस समय यहां के किसानों को ₹20 से ₹25 किलो थोक में टमाटर के रेट मिल रहे हैं. ऐसे में किसानों को अच्छा मुनाफा हो रहा है.
यहां का टमाटर कुछ साल पहले तक पाकिस्तान में भी निर्यात किया जाता था. लेकिन अब टमाटर का निर्यात बंद हो गया है. ऐसे में यहां के टमाटर दिल्ली के आजादपुर मंडी के अलावा चंडीगढ़, लखनऊ, हरियाणा और बिहार की मंडियों तक पहुंच रहा है. ऐसे में दूसरे प्रदेशों के व्यापारी यहां के टमाटर अच्छे दाम देकर ले जा रहे हैं. गौरतलब है कि पिछले साल हल्द्वानी मंडी से करीब 41,000 क्विंटल टमाटर की सप्लाई अन्य राज्यों को हुई थी.