हल्द्वानी: कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत अपने सख्त कार्यशैली और छापेमारी के लिए जाने जाते हैं. इस बार दीपक रावत ने बेस अस्पताल हल्द्वानी में छापा मारा. छापेमारी के दौरान अस्पताल में काफी अनियमितताएं मिली. कमिश्नर रावत का पारा तो उस वक्त चढ़ गया, जब निरीक्षण करते हुए वार्ड को जोड़ने करने वाले गेट पर पहुंचे. जहां दोनों गेटों पर ताला लटका मिला. जिसे देख कमिश्नर रावत बिफर पड़े और मामले को तत्काल दुरुस्त करने को कहा.
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत जब अस्पताल की वार्ड का निरीक्षण करने निकले तो वार्ड को जाने वाले दोनों गेटों पर ताला लगा था. गेट में ताला लटका देख उनका पारा चढ़ गया. कमिश्नर रावत ने गार्ड से पूछा कि 'अगर किसी कारणवश वार्ड में आग लग जाती है तो मरीज और तीमारदार को कैसे बाहर निकलेंगे?' इस पर गार्ड ने अपने जवाब में कहा कि 'उसका नंबर वार्ड में तैनात नर्स के पास है, नर्स जब कहेंगे तो गेट खोल देता हूं.'
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत की छापेमारी ये भी पढ़ेंः कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने एसडीएम कार्यालय में मारा छापा, गायब मिले कर्मचारी, मांगा जवाब दरअसल, कमिश्नर दीपक रावत बीती देर रात करीब 11 बजे शहर के बेस अस्पताल और महिला अस्पताल में छापेमारी की. इस दौरान बेस अस्पताल में मौके पर दो गार्ड न मिलने पर वेतन रोकने के निर्देश दिए. बेस अस्पताल में इमरजेंसी में दो डॉक्टर मिले. जहां व्यवस्थाओं का जायजा लिया. बेस अस्पताल में रात की ड्यूटी का जो चार्ट लगा था, उसे भी मेंटेन नहीं किया गया था. जिस पर उन्होंने आपत्ति जताते हुए व्यवस्थाओं को ठीक करने के निर्देश दिए.
बेस अस्पताल हल्द्वानी में रात को तीन पीआरडी जवान की ड्यूटी लगी थी. ड्यूटी में सिर्फ एक ही गार्ड था. इस पर कमिश्नर रावत ने बीओ पीआरडी को मौके पर बुलाया और उन्हें कड़ी फटकार लगाई. कमिश्नर की छापेमारी के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. जिसके बाद मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम, तहसीलदार मौके पर पहुंच गए. इस दौरान कमिश्नर रावत ने सभी मजिस्ट्रेट और अधिकारियों को रात में निरीक्षण करने के निर्देश दिए.