उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

रामनगर में खतरे के निशान के ऊपर बह रही कोसी नदी, पुल पर आवाजाही बंद

पहाड़ों में पिछले 3 दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद कोसी नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है. कोसी बैराज से डिस्चार्ज होने वाले पानी की मात्रा 1,46,300 क्यूसेक तक पहुंच गई है.

Kosi river flowing above danger mark
Kosi river flowing above danger mark

By

Published : Oct 19, 2021, 12:13 PM IST

Updated : Oct 19, 2021, 12:19 PM IST

रामनगर:उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है. पिछले 3 दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद कोसी नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है. अभी कोसी नदी खतरे के निशान के ऊपर 355.80 मीटर पर बह रही है. कोसी नदी बैराज पर खतरे का निशान 353.50 मीटर है. कोसी बैराज से डिस्चार्ज होने वाले पानी की मात्रा 1,46,300 क्यूसेक तक पहुंच गई है. यानी प्रति सेकेंड 1,46,300 घन फुट पानी का बहाव हो रहा है.

अधिशासी अभियंता कैलाश चंद्र उनियाल ने बताया कि साल 2010 में कोसी बैराज से डिस्चार्ज होने वाले पानी की मात्रा 1,65,000 तक पहुंच गई थी, जिससे जनहानि के साथ ही करोड़ों का नुकसान हुआ था. वहीं एक बार फिर इस बाढ़ से मैदानी क्षेत्रों में रह रहे लोगों में डर का माहौल है. लगातार हो रही वर्षा से मैदानी क्षेत्रों के लोग भयभीत हैं.

रामनगर में खतरे के निशान के ऊपर बह रही कोसी नदी.

कैलाश चंद्र उनियाल ने बताया कि कोसी बैराज पुल पर आवाजाही बंद कर दी गई है. मैदानी क्षेत्रों में लगातार संपर्क साधा जा रहा है. मैदानी क्षेत्रों में कोसी नदी के पास में रह रहे लोगों को वहां से सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है. बीती शाम से सिंचाई विभाग के सभी अधिकारी कोसी बैराज पर तैनात हैं.

पढ़ें- देश से कटा नैनीताल का सड़क संपर्क, नैनी झील में रिकॉर्ड पानी, सब कुछ डूबा

उधर, हल्द्वानी-सितारगंज मार्ग के चोरगलिया के बरसाती नाले में 3 कारें और कई बाइक बहने की जानकारी मिली है. चोरगलिया थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि पूरी रात पुलिस ने शेर नाले पर आवाजाही को बंद कर दिया था. उसके बावजूद भी कई लोगों ने जान जोखिम डाल नाले को पार करने की कोशिश की, जिसमें 3 कार बह गईं. जिसमें सवार सभी लोगों को पुलिस टीम द्वारा सुरक्षित निकाला गया.

Last Updated : Oct 19, 2021, 12:19 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details