हल्द्वानी:अक्षय नवमी इस बार 23 नवंबर यानी आज मनाई जाएगी. कार्तिक शुक्ल पक्ष के प्रमुख पर्व में अक्षय नवमी का विशेष महत्व माना जाता है. इस बार अक्षय नवमी सोमवार को पड़ने के चलते शिव पूजन का विशेष महत्व माना जा रहा है.
ज्योतिषाचार्य नवीन चंद्र जोशी के मुताबिक, अक्षय नवमी को आंवला नवमी भी कहा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की विशेष महत्व है. अक्षय पुण्य फल की कामना के साथ मनाया जाने वाला पर्व का बहुत महत्व माना गया है. कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 22 नवंबर रविवार को रात्रि 10:52 को लगी थी जो कि अगले दिन आज यानी 23 नवंबर को रात्रि 12:30 तक रहेगी. अक्षय नवमी का व्रत सोमवार को रखा जाएगा.
अक्षय नवमी के दिन व्रत रखकर पूजा करने का विषेश महत्व. ऐसे करें पूजा अर्चना
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि अक्षय नवमी के दिन व्रत रखकर भगवान लक्ष्मी नारायण और विष्णु की पूजा अर्चना का विशेष महत्व है. इस दिन आंवले के वृक्ष नीचे बैठकर भोजन करने की पौराणिक व धार्मिक मान्यता भी है. इस भोजन के ग्रहण मनुष्य को सभी प्रकार के सुख-शांति की प्राप्ति होती है और रोग मुक्त होता है. इस दिन पूजन हवन दान का विशेष महत्व है. इस दिन सभी किए सभी पुण्य कर्म अक्षय होता है. वाहन खरीदना, नया प्रतिष्ठान का उद्घाटन करना, नया घर खरीदना या सोना-चांदी इत्यादि खरीदना अति शुभ माना जाता है.
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इस दिन व्रत करने वालों को व्रत स्नान ध्यान के पश्चात अक्षय नवमी के व्रत का संकल्प लेना चाहिए. इस बार अक्षय नवमी सोमवार के दिन पड़ने से शिव पूजन का भी विशेष महत्व है. भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामना पूर्ण होंगी.