हल्द्वानीःआदिकाल से बीमारियों का इलाज जड़ी-बूटियों से होता आ रहा है. आज भी जंगलों की जड़ी-बूटियों को बीमारियों के लिए रामबाण इलाज माना जाता है. आज कोरोना संक्रमण ने पूरे देश में तबाही मचा रखी है, ऐसे में लोग इस संक्रमण से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए कई वन औषधियां भी मौजूद हैं. जिसके सेवन से कोरोना संक्रमण से कुछ हद तक बचा जा सकता है.
हल्द्वानी वन अनुसंधान केंद्र के प्रभारी और वनों की औषधियों पर बीते कई सालों से शोध कर रहे मदन बिष्ट के मुताबिक, देश में ऐसी कई जड़ी-बूटियां और वन औषधियां हैं, जिसके माध्यम से लोग कोरोना संक्रमण को नियंत्रण में कर सकते हैं. मदन बिष्ट की मानें तो वन औषधीय गिलोय, अश्वगंधा, कालमेघ और हरसिंगार के काढ़े का सेवन कोरोना संक्रमण के लड़ाई में रामबाण इलाज है.
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गिलोय के हैं कई फायदे
हर जगह पर उपलब्ध होने वाली औषधि है. इसकी टहनियों के तोड़कर उसका काढ़ा बनाकर पीने से कोरोना समेत अन्य तरह के बुखार पर नियंत्रण पाया जा सकता है. साथ ही इसका काढ़ा पीने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. इसके अलावा ब्लड शुगर कंट्रोल में भी उपयोगी माना जाता है.
इम्यून सिस्टम मजबूत करने में मदद करता है अश्वगंधा
अश्वगंधा शरीर में रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पीशीज का काम करता है. इसके ऑक्सीडेंट आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का काम करता है. साथ ही सर्दी जुखाम और बुखार को ठीक करने के अलावा प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम करता है.