हल्द्वानी:मकर संक्रांति और उत्तरायणी के मौके पर काठगोदाम रानीबाग स्थित कुमाऊं व गढ़वाल के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे कत्यूरी वंशजों ने अपने कुलदेवी जिया रानी की विधिवत पूजा अर्चना और रातभर जागर लगाकर आह्वान किया. वहीं, कुलदेवी की पूजा के बाद कत्यूरी वंशज गार्गी नदी में स्नान कर अपने घरों को लौट गए.
वहीं, कुलदेवी की पूजा करने रानीबाग पहुंचे वंशजों ने कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए विधिवत पूजा अर्चना की और अपने कुलदेवी की आराधना कर सुख-शांति की कामना की. अपने कुलदेवी के आराधना के लिए गढ़वाल के सुंदरखाल, नैनीडांडा, धुमाकोट से कई कत्यूरी वंशज रानीबाग पहुंचे थे जबकि, कुमाऊं के अल्मोड़ा और नैनीताल कत्यूरी वंशज पहुंचे. इस दौरान ढोल, मशकबीन, दमाऊ की धुन पर जिया रानी की गाथा का गान हुआ और हाड़ कंपा देने वाली ठंड में नदी में स्नान करने के बाद पूरी रात जागर लगाई गई.