कालाढूंगी:राज्य सरकार की योजना होम स्टे योजना पूरे प्रदेश में कारगर साबित हो रही है. वहीं, पर्यटन की अपार संभावनाएं होने के बावजूद कालाढूंगी क्षेत्र पर्यटन विभाग की अनदेखी का शिकार हो रहा है. देश के अन्य राज्यों से विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल नैनीताल जाने के लिए अधिकतर पर्यटकों को कालाढूंगी होते हुए गुजरना पड़ता है. पर्यटक सीजन के दौरान नैनीताल में भी भारी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. जिसके चलते कई पर्यटक कालाढूंगी का रुख करते हैं. लेकिन कालाढूंगी में असुविधाओं के चलते पर्यटकों को निराश होने पड़ता है.
पर्यटन विभाग की बेरुखी का सितम झेल रहा कालाढूंगी. बता दें कि होम स्टे की योजना पूरे प्रदेश में लागू हो चुकी है. जिसके चलते रोजगार के आयाम भी बड़े हैं. बावजूद इसके कालाढूंगी पर्यटन विभाग की अनदेखी का शिकार होन पड़ रहा है. पर्यटन की अपार संभावनाएं होने के बावजूद कालाढूंगी में मौजूदा समय में मात्रा सात होम स्टे ही संचालित किये जा रहे हैं.
कालाढूंगी की जनता का कहना है कि यहां पर्यटकों की आवाजाही अक्सर लगी रहती है. लेकिन यहां पर होम स्टे ना होने से पर्यटकों को मायूस लौटना पड़ता है. कालाढूंगी में मुख्य रूप से जिम कॉर्बेट पार्क विश्व पटल पर अपनी जगह बना चुका है. जिसे देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक अक्सर कालाढूंगी का रुख करते हैं. लेकिन पर्यटन विभाग की अनदेखी के चलते पर्यटकों को यहां सुविधाएं नहीं मिल रही है. होम स्टे संचालक इंदर बिष्ट ने बताया कि कालाढूंगी में पर्यटन की अपार संभावनाएं होने के बावजूद यहां सिर्फ 7 होम स्टे चल रहे हैं. उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग से मिलने वाली सुविधाएं होम स्टे संचालकों को नहीं दी जा रही हैं और ना ही संचालकों को ट्रेनिंग दी जा रही है. पर्यटन विभाग से मिलनी वाली सुविधाओं के अभाव में कालाढूंगी के होम स्टे संचालक परेशान हैं.
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वहीं, जनपद नैनीताल के मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार ने बताया कि नैनीताल जिले में 400 से ज्यादा होम स्टे संचालित हो रहे हैं. कालाढूंगी में भी पर्यटन को देखते हुए पर्यटन विभाग की ओर से जागरुकता कैंप लगाए जाएंगे. ताकि लोगों को होम स्टे की जानकारी मिल सके.