हल्द्वानी: राजकीय मेडिकल कालेज में एमडी-एमएस की पढ़ाई कर रहे पीजी के डॉक्टर वेतन की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार पर थे. जिसके कारण सुशीला तिवारी अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह लड़खड़ा गई थी. ऐसे में स्वास्थ्य महासचिव और स्वास्थ्य महानिदेशक से बात करने के बाद जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल को स्थगित कर दिया है. हालांकि, डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी जाएगी.
बता दें कि, सोमवार से हल्द्वानी के राजकीय मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर थे. ऐसे में मेडिकल कार्य प्रभावित होने के बाद मेडिकल प्रशासन ने डॉक्टरों को चेतावनी जारी की थी. इसके बावजूद भी डॉक्टर दूसरे दिन भी धरने पर बैठे रहे. जिसके बाद काफी मान मनौव्वल के बाद स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी और स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती से फोन पर वार्ता के बाद जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल वापस ले ली है. उनका कहना है कि इसके बाद भी मांगें पूरी नहीं हुईं तो आगे आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा.
हल्द्वानी: जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल स्थगित, दी कड़ी चेतावनी
राजकीय मेडिकल कॉलेज में एमडी-एमएस की पढ़ाई कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने अपना कार्य बहिष्कार स्थगित कर दिया है. उन्होंने यह निर्णय स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी और स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती से बात करने के बाद लिया.
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल स्थगित
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दरअसल, प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा में कार्यरत 50 से अधिक डॉक्टर राज्य के मेडिकल कॉलेज में एमडी-एमएस की पढ़ाई करने पहुंचे हैं. इन्हें तीन साल से आधा वेतन दिया जा रहा है. डॉक्टर पूर्ण वेतनमान दिए जाने की मांग को लेकर दो दिन से राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी में प्राचार्य कक्ष के बाहर धरने पर बैठ हुए थे.