रामनगर:हर साल 27 सितंबर को हम विश्व पर्यटन दिवस के रूप में मनाते हैं. विश्व पर्यटन दिवस को मनाने का इतिहास बेहद खास है. विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत साल 1970 में विश्व पर्यटन संस्था द्वारा की गई थी. इसके बाद 27 सितंबर 1980 को पहली बार विश्व पर्यटन दिवस मनाया गया. तब से हर साल 27 सितंबर के दिन ही विश्व पर्यटन दिवस को मनाया जाता है.
विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क विश्व पर्यटन दिवस की थीम पर खरा उतरता हुआ दिखाई देता है, क्योंकि इस बार विश्व पर्यटन दिवस 2021 की थीम समावेशी विकास के लिए पर्यटन टूरिज्म (tourism for inclusive growth) है. इसमें पर्यटन उत्पादों को विकसित करने और घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों पर्यटकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे का निर्माण ना केवल रोजगार पैदा करने और समावेशी विकास को निरंतर आधार प्राप्त करने के लिए इस थीम पर कार्य किया जा रहा है.
'समावेशी विकास के लिए पर्यटन' पर खरा उतर रहा कॉर्बेट पार्क. पर्यटन के माध्यम से हमें दूसरे स्थानों, सभ्यताओं और संस्कृतियों के बारे में पता चलता है. इसलिए हर वर्ष लाखों पर्यटक देश-विदेश से वन्य जीवन व प्रकृति का आनंद उठाने के लिए कॉर्बेट पार्क आते हैं, जिससे यहां के पर्यटन से ही लोग अपनी और दूसरे देशों की संस्कृति को करीब से जान पाते हैं.
कॉर्बेट नेशनल पार्क प्रशासन के मुताबिक सालाना 3 लाख से ज्यादा पर्यटक कॉर्बेट पार्क का रुख करते हैं, जिससे उनको करीब 9 से 10 करोड़ रुपये की आमदनी होती है. साथ ही कॉर्बेट पर्यटन से रामनगर और आसपास के क्षेत्र में 250 से 300 होटल कारोबारियों की मोटी इनकम होती है.
पर्यटन से रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ती हैं और रामनगर का जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क इसका जीता जाता उदाहरण है. रामनगर की आधी से ज्यादा आबादी पर्यटन कारोबार से जुड़ी है. जिम कॉर्बेट पार्क के पर्यटन से कई लोग जुड़ते हैं. लोगों में पर्यटन के प्रति जागरूकता लाने और अधिक से अधिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ही विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है.
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पर्यटन कारोबारी संजय छिम्वाल कहते हैं कि विश्व पर्यटन दिवस मनाये जाने का मुख्य उद्देश्य टूरिज्म को बढ़ावा देना है. ये हमारी इकोनॉमी और लोकल ग्रोथ के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इस वर्ष की थीम समावेशी विकास है, जिसका मतलब ये है कि टूरिज्म से सभी लोग लाभान्वित हों. वे कहते हैं कि जब पर्यटक कहीं जाता है तो वो अपना प्रभाव भी छोड़ता है और उस जगह का प्रभाव भी अपने साथ लेकर जाता है.
संजय छिम्वाल कहते हैं कि समावेशी विकास के अंदर यही प्रयास किया जाता है कि स्थानीय पर्यटन कारोबारियों को भी इसका लाभ मिले और जो पर्यटक यहां से होकर जा रहा है, उसको भी एक अच्छा अनुभव मिले. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व का पर्यटन रामनगर की इकोनॉमी तय करता है. पर्यटन से रामनगर में बड़े-बड़े होटल चलते हैं, जिनमें लोगों को रोजगार मिलता है. वहीं, छोटे ढाबे, चाय की दुकानें, जिप्सी ऑनर, जिप्सी चालक और अन्य पर्यटन से जुड़े कारोबारी भी यहीं के पर्यटन से जुड़े हैं.
होटल कारोबारी संजय कसल कहते हैं कि कोरोना काल ने पूरे विश्व के टूरिज्म पर ब्रेक लगा दिया था. लेकिन अभी पीएम मोदी के यूएस दौरे को विश्व के टूरिज्म खोले जाने की दिशा में होटल कारोबारी सकारात्मक तरीके से देख रहे हैं. ये एक परिचायक है कि अब टूरिज्म ऑल ओवर वर्ल्ड खुलने की कगार पर है. उन्होंने बताया कि कॉर्बेट के लैंडस्केप से लगते 300 से ज्यादा रिसॉर्ट हैं, जिनमें आज विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर रिसॉर्ट की ओर से बुकिंग पर विशेष छूट भी दी जा रही है.
पर्यटन कारोबारी इमरान खान कहते हैं कि टूरिज्म ने ये साबित कर दिया है कि कंजर्वेशन को सपोर्ट मिला है. टूरिज्म से लोकल लोगों को रोजगार मिला है. इकोनॉमी बढ़ी है. सबसे बड़ी इंडस्ट्री पूरे वर्ल्ड में अभी टूरिज्म इंडस्ट्री है. उन्होंने कहा कि विश्व पर्यटन दिवस इसलिए मनाया जाता है कि लोगों में पर्यटन के प्रति जागरूकता लाई जा सके और लोग अधिक से अधिक पर्यटन को बढ़ावा दें.
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इमरान खान कहते हैं कॉर्बेट में लगभग 450 जिप्सियां हैं. उनके ऑनर्स हैं, ड्राइवर हैं, नेचर गाइड हैं. उसके बाद हर गांव में कॉर्बेट के लैंडस्केप से लगते आपको मैगी शॉप दिख जाएगी. इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिल रहा है. इमरान खान कहते हैं कि रामनगर में डेढ़ साल लोग टूरिज्म पर निर्भर हैं.
ऊंट की सैर कराने वाले कारोबारी मोहम्मद सादिक कहते हैं कि अब कोविड के बाद कारोबार सही चल रहा है. यहां पर एक दर्जन से ज्यादा लोग ऊंटों पर पर्यटकों को सैर करवा रहे हैं. इससे उनकी रोजी चलती है.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व देश का सबसे पहला नेशनल पार्क है. यह पर्यटन के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन है. हर साल करीब तीन लाख से ज्यादा पर्यटक कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों का दीदार करने के लिए आते हैं. उन्होंने बताया कि कॉर्बेट डे विजिट और नाइट स्टे दोनों तरह के पर्यटकों को सुविधा देता है. कॉर्बेट में वाइल्ड लाइफ की डेंसिटी पूरे वर्ल्ड में नंबर वन है.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में करीब 250 टाइगर और 1200 हाथी सिर्फ कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हैं. इसके अलावा भी बड़ी संख्या में और दूसरे वाइल्ड एनिमल कॉर्बेट में पाए जाते हैं. पक्षियों की भी बहुत प्रकार की प्रजातियां पाई जाती हैं, तो इन सब को ध्यान में रखते हुए कॉर्बेट वाइल्डलाइफ टूरिज्म डेस्टिनेशन का एक बहुत महत्वपूर्ण लोकेशन है.