हल्द्वानीःअब शहरवासियों को शुद्ध पेयजल के लिए नहीं तरसना पड़ेगा. इसके लिए जल संस्थान पायलट प्रोजेक्ट के तहत शहरवासियों को पेयजल उपलब्ध कराने जा रहा है. इस योजना के तहत जल संस्थान के चार फिल्टर प्लांट में रसायन गैस या दवा रहित अत्याधुनिक शोधन संयंत्र लगाने जा रहा है. पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शीतला हाट प्लांट में संयंत्र लगेगा. प्रयोग सफल होने के बाद शहर के चारों जल संस्थान के फिल्टर प्लांट में संयंत्र की स्थापना की जाएगी. इसके लिए जलसंस्थान ने दिल्ली के एक कंपनी से अनुबंध किया है, जो नई तकनीक के माध्यम से पानी को फिल्टर कर लोगों तक पहुंचाएगा.
बता दें कि हल्द्वानी शहर के लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए गौला नदी के पानी को चार फिल्टर प्लांट के माध्यम से ट्रीटमेंट कर पेयजल उपलब्ध कराया जाता है. कई बार ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से गंदा पानी लोगों तक पहुंचने की संभावनाएं बनी रहती है. ऐसे में कई तरह के कीटाणु और विषाणु पेयजल में आ जाते हैं. जिसके लिए जल संस्थान हाइपो या क्लोरीन डालकर पानी की सफाई करता है, लेकिन कई बार दूषित पानी की शिकायत सामने आती हैं. ऐसे में लोगों को शत-प्रतिशत शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए नई तकनीक को अपनाने का फैसला लिया गया है.