हल्द्वानी:देहरादून में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह सहित अन्य नेताओं पर हुए मुकदमे को लेकर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने नाराजगी जतायी है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह सरकार कांग्रेस को डराना चाहती है. क्योंकि इस सरकार को कांग्रेस से खतरा है. इंदिरा हृदयेश ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सरकार प्रीतम सिंह और वरिष्ठ साथियों पर दर्ज किए गए मुकदमे जल्द वापस नहीं लेती है तो सरकार के खिलाफ जन आंदोलन खड़ा करेंगे.
इंदिरा हृदयेश ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह और वरिष्ठ साथी महंगाई और डीजल-पेट्रोल के बढ़े दामों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. सरकार ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए उन पर मुकदमा दर्ज किया है. विपक्ष का काम है कि जनता की आवाज उठाएं और विपक्ष होने के नाते कांग्रेस जनता की आवाज उठा रही है. हम सरकार से मांग करते हैं कि प्रीतम सिंह और 125 अन्य साथियों पर दर्ज किए गए मुकदमे जल्द वापस ले नहीं तो कांग्रेस पूरे प्रदेश में जन आंदोलन खड़ा करेगी.
ये भी पढ़ें:महंगाई को लेकर सड़क पर उतरी कांग्रेस, मानव श्रृंखला बनाकर सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
इंदिरा हृदयेश ने कहा कि सरकार कांग्रेस को सड़क पर उतरने को मजबूर नहीं करे. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चलते लोगों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है, लेकिन सरकार महंगाई पर लगाम नहीं लगा पा रही है. डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं. ऐसे में आम आदमी परेशान है और सभी को अपने हक की आवाज उठाने का अधिकार है.
गौरतलब है कि शुक्रवार को देहरादून में प्रदेश कांग्रेस ने लगातार बढ़ते पेट्रोल और डीजल के दाम और मंहगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. कांग्रेस ने प्रीतम सिंह के नेतृत्व में मानव श्रृंखला बनाकर केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान पीसीसी चीफ प्रीतम सिंह ने कहा कि पहले से ही लॉकडाउन की मार झेल रहे लोगों में बढ़ती महंगाई से हाहाकार मचा है. वहीं, चीन सीमा विवाद भी केंद्र की मोदी सरकार नहीं सुलझा पा रही है.
प्रीतम सिंह ने कहा कि आज महंगाई रोकने में केंद्र और राज्य सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई हैं. उन्होंने कहा कि देश के सामने इस वक्त बड़ी चुनौती ये है कि हमारी सीमाओं पर जिस तरीके से दुश्मन राष्ट्र अतिक्रमण कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार सोई हुई है. चीन ने हमारी सीमाओं में प्रवेश किया, पर प्रधानमंत्री मोदी ये बयान देते हैं कि चीन ने एलएसी में कहीं भी घुसपैठ नहीं की है.