हल्द्वानी:बीते दिनों पहाड़ों पर आई भारी आपदा से हल्द्वानी, बिंदुखत्ता के अलावा उधम सिंह नगर में भारी तबाही मचीं थी. नदी कई लोगों के मकान, खेत और फसल बहा ले गई, जिसके चलते लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा. ऐसे में अब वन विभाग ने भविष्य में नदी से होने वाले खतरे और नुकसान को रोकने के लिए आईआईटी रुड़की की टीम को बुलाया है. वहीं नदी के 30 किलोमीटर एरिया का सर्वे कर भविष्य में आने वाले खतरे से गांव को बचा जा सके. आईआईटी रुड़की की टीम ने सर्वे कर तैयार रिपोर्ट वन विभाग को सौंपेगी.
प्रभागीय वन अधिकारी तराई पूर्वी संदीप कुमार ने बताया कि बीते दिनों आई भारी बरसात के चलते गौला नदी ने भारी तबाही मचाई थी. नदी में बनाए गए बाढ़ सुरक्षा सहित बनाए गए पुराने तटबंध को भारी नुकसान पहुंचा है. नदी में जगह-जगह बनाए गए सुरक्षा दीवार तटबंध ,चेकडैम बह गए हैं. ऐसे में पुनर्निर्माण और भविष्य की कार्य योजना तैयार की जाएगी, जिससे नदी से होने वाले नुकसान से लोगों को बचा जा सके.
पढ़ें-गौला पुल पर छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू, आपदा में पुल हुआ था क्षतिग्रस्त