हल्द्वानी: होली एक ऐसा त्योहार है जिसका इंतजार हर किसी को रहता है. ये त्योहार हर साल चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को पड़ता है. होली से ही बसंत ऋतु का आगमन हो जाता है. होलिका दहन के अगले दिन होली मनाई जाती है और लोग एक-दूसरे को रंग-अबीर लगाते हैं. लेकिन, उत्तराखंड में होली के दिन प्रारंभ होने की तिथि को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है. वहीं, पंडितों ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार भद्रा लगने की वजह से होलिका दहन 17 मार्च और होली 19 मार्च को होगी.
ज्योतिषाचार्य डॉ नवीन चंद्र जोशी के मुताबिक इस बार भद्रा होने के कारण उत्तराखंड में होली 19 मार्च को खेली जाएगी. वहीं, होलिका दहन की पूजा का शुभ मुहूर्त रात 9:04 से लेकर 10:20 तक रहेगा. ऐसे में लोगो लिए होलिका दहन की पूजा के लिए करीब 1 घंटे का समय मिलेगा. होलिका दहन पूर्णिमा तिथि में सूर्यास्त के बाद करना चाहिए लेकिन अगर इस बीच भद्राकाल हो तो होलिका दहन नहीं करना चाहिए.
इस बार होलिका दहन और होली को लेकर हर कोई अलग-अलग मुहूर्त बन रहा है. ज्योतिषाचार्य डॉ नवीन चंद्र जोशी के मुताबिक होलिका दहन फागुन मास की पूर्णिमा को प्रदोष काल में भद्रा रहित मुहूर्त में किया जाता है, क्योंकि भद्रा को और अशुभ और मंगलकारी माना जाता है. ज्योतिष के अनुसार 17 मार्च को दोपहर 1:20 से रात्रि के द्वितीय पहर तक भद्रा रहेगा. लेकिन भद्रा के अंतिम पड़ाव को दोष रहित माना जाता है. ऐसे में होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त रात्रि 9:04 से रात्रि 10:20 तक रहेगा.