रामनगरः कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में जल्द ही हॉग डियर (पाड़ा) की गणना होने जा रही है. 2008 के बाद हॉग डियर की अब होने वाली इस गणना के लिए कॉर्बेट प्रशासन तैयारियों में जुटा है.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बाघ, तेंदुआ, हाथी, पक्षी आदि वन्यजीवों की गणना के साथ ही अब पाड़ा (हॉग डियर) की गणना भी कॉर्बेट प्रशासन करने जा रहा है. बता दें कि हॉग डियर की गणना कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 2008 के बाद नहीं हुई है. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढिकाला जोन में रामगंगा नदी के आसपास व खिनानोली क्षेत्र में पाड़ा (हॉग डियर) की उपस्थिति ज्यादा तादात में 2008 में दर्ज की गई थी. पाड़ा की गणना कैमरा ट्रैप और प्रत्यक्ष गणना विधि (डायरेक्ट साइटिंग मेथड) के अनुसार की जाती है. कॉर्बेट पार्क में पाड़ा ग्रास लैंड के आसपास रहना पसंद करते हैं.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बाघ, तेंदुआ, हाथी, पक्षी आदि वन्यजीवों की गणना के साथ ही अब पाड़ा ( हॉग डियर) की गणना भी कॉर्बेट प्रशासन 22 से 24 मार्च को करवाने जा रहा है. बता दें कि हॉग डियर की गणना कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 2008 के बाद नहीं हुई है. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढिकाला जोन में रामगंगा नदी के आसपास व खिनानोली क्षेत्र में पाड़ा (हॉग डियर) की उपस्थिति ज्यादा तादात में 2008 में दर्ज की गई थी. बता दें कि पाड़ा की गणना कैमरा ट्रैप और प्रत्यक्ष गणना विधि (डायरेक्ट साइटिंग मेथड ) के अनुसार की जाती है. कॉर्बेट पार्क में पाड़ा ग्रास लैंड के आसपास रहना पसंद करते हैं.