रामनगर: सरकारें भले ही शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के लाख दावे कर ले उसके बावजूद जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आती है. प्रदेश में आज भी कई स्कूलों के भवन जर्जर हालत में हैं. कहीं पढ़ाने वाले टीचरों की कमी है तो कहीं पीने तक के पानी की व्यवस्था नहीं है. वहीं, कई स्कूल ऐसे हैं जहां छात्र-छात्राएं जान जोखिम में डालकर पढ़ने को मजबूर हैं. विकासखंड कोटाबाग में पड़ने वाले बोहराकोट क्षेत्र का राजकीय प्राथमिक विद्यालय इसी की एक बानगी है. जर्जर हो चुका ये स्कूल हादसों को दावत दे रहा है.
बता दें कोटाबाग विकासखण्ड बोहराकोट क्षेत्र में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय (Renovation of Bohrakot Primary School building) की हालत खस्ता है. ये राजकीय प्राथमिक विद्यालय हादसों को दावत दे रहा है. स्थानीय लोग भवन की जर्जर हालत के लिए जनप्रतिनिधियों से लेकर उच्च अधिकारियों तक को कई बार पत्र लिख चुके हैं, मगर अब तक हालात जस के जस हैं.
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