नैनीताल: उत्तराखंड के प्राइमरी और उच्च माध्यमिक स्कूलों में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 3500 शिक्षकों की नियुक्ति के मामले पर नैनीताल हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है. कोर्ट ने पूरे मामले में राज्य सरकार से जवाब तलब करते हुए फर्जी शिक्षकों पर हुई कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांगी है. स्टूडेंट वेलफेयर सोसाइटी हल्द्वानी द्वारा नैनीताल हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है.
याचिका में कहा गया है कि प्राइमरी और उच्च माध्यमिक स्कूलों में करीब 3500 अध्यापकों की नियुक्ति फर्जी दस्तावेजों के आधार पर की गई है. मामले में एसआईटी द्वारा कुछ टीचरों की जांच की भी गई है और जांच के दौरान कई अध्यापक भी फर्जी निकले. लेकिन विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के कारण फर्जी अध्यापकों को क्लीन चिट दे दी गई. जिसके बाद सभी अध्यापक प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में कार्यरत हैं.